हैदराबाद : काेराेना की दूसरी लहर के बीच अब लाेगाें काे सामान्य जीवन में लाैटने की बेचैनी सताने लगी है. लाेगाें की इसी इच्छा काे जानने के लिए विश्व आर्थिक मंच इप्सोस द्वारा एक सर्वे किया गया. इसमें पाया गया है कि कोरोना के बाद सामान्य जन-जीवन में लाैटने में कितना वक्त लगेगा. इप्सोस के सर्वेक्षण के अनुसार, अगले 12 महीनों के भीतर अधिकांश लोगों को जीवन 'सामान्य' पटरी लौटने की उम्मीद है.
सर्वेक्षण के अनुसार, अधिकांश लोग अगले 12 महीनों के भीतर 'सामान्य' जीवन में लौटने की उम्मीद करते हैं. सर्वेक्षण 30 देशों के लाेगाें के विचाराें आधारित है.
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सर्वेक्षण के अनुसार, 59 फीसदी लोगों का मामना है कि अगले 12 महीनों के भीतर हम सामान्य जीवन में प्रवेश कर पाएंगे, जिसमें 6 फीसदी लोगों काे लगता है कि हम सामान्य जीवन जी रहे हैं. वहीं 9 फीसदी लोग सोचते हैं कि इसमें तीन महीने से अधिक नहीं लगेगा, जबकि 13 फीसदी लोगों काे लगता है कि इसमें चार से छह महीने लगेंगे.
इसमें से 32 फीसदी लोग मानते हैं कि इसमें सात से 12 महीने (औसत समय) लगेग, जबकि पांच में से एक को लगता है कि इसमें तीन साल (10%) से अधिक समय लगेगा या कह सकते हैं कि 8 फीसदी का मानना है कि ऐसा कभी नहीं होगा.