लंदन : कोविड-19 का गर्भावस्था के दौरान एक मां से उसके नवजात बच्चे में फैलना काफी असामान्य पाया गया है. एक अध्ययन के अनुसार उन मां-बच्चों में संक्रमण की दर अधिक नहीं पाई गई है, जिन बच्चों का जन्म सामान्य प्रसव से हुआ है. इसके साथ ही ऐसे शिशु जो स्तनपान करते हैं और गहन देखभाल में रहते हैं, उनमें भी कोरोना संक्रमण पाए जाने की आशंका बेहद कम होती है.
शोध के अनुसार बजोग (BJOG) : (An International Journal of Obstetrics & Gynecology) में प्रकाशित शोध में यह भी पाया गया कि जिन शिशुओं में कोरोना वायरस पाया गया है, उनमें से ज्यादातर में कोरोना के कम लक्षण हैं.
वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रिटेन के नॉटिंघम विश्वविद्यालय के लोगों ने शुरुआती रिपोर्टों में सुझाव दिया है कि मां-बच्चे को कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए सीजेरियन करवाना और बच्चे को अलग रखना अधिक सुरक्षित नहीं है. जन्म के समय मां और नवजात को भोजन खिलाने के समय भी सुरक्षित रखना जरूरी है.
हालांकि शोधकर्ताओं ने कहा कि इन दिशानिर्देशों का समर्थन करने के लिए बहुत कम तथ्यात्मक सबूत है. वर्तमान शोध में वैज्ञानिकों ने इस विषय को देखने के लिए 49 सैम्पलिंग के अध्ययनों का विश्लेषण किया. समीक्षा में 666 नवजात शिशुओं और 655 महिलाओं (जैसा कि कुछ महिलाओं ने जुड़वा बच्चों को दिया) का विश्लेषण शामिल है.