लंदन : ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (British Prime Minister Boris Johnson) ने मंगलवार को कैबिनेट कार्यालय ब्रीफिंग रूम ए (COBRA) की आपात बैठक बुलाई. पूर्वी यूक्रेन में दो अलग-अलग क्षेत्रों को मान्यता देने के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के फैसले के बाद खबरों के मुताबिक ब्रिटेन ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं. गौरतलब है कि ब्रिटेन की सरकार संकट से निपटने संबंधी बैठकें (crisis response meetings) कैबिनेट ऑफिस ब्रीफिंग रूम ए में करती है, इसी कारण इसे COBRA कहा जाता है.
COBRA की बैठक के संबंध में ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद (UK Health Secretary Sajid Javid) ने कहा कि डोनेट्स्क (Donetsk) में युद्धक टैंक देखे गए हैं. यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि यूक्रेन पर आक्रमण शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि पीएम जॉनसन की अध्यक्षता में कोबरा की मीटिंग में रूस के कदम की व्यापक निंदा हुई. जॉनसन ने रूस के कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क (Russia Donetsk Luhansk independence) को स्वतंत्र घोषित किए जाने को एक अपशकुन और बहुत काला समय बताया. उन्होंने कहा कि चीजें गलत दिशा में आगे बढ़ रही हैं. रूस पर ब्रिटिश सैंक्शन के संबंध में जॉनसन सरकार में विदेश सचिव लिज ट्रस ने कहा, प्रतिबंधों पर काम चल रहा है. रूस से जुड़े लोगों और संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून का उपयोग किया जाएगा.
इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय- डाउनिंग स्ट्रीट की ओर से कहा गया, COBRA की बैठक के दौरान यूक्रेन (ukraine crisis UK COBRA meeting) में नवीनतम घटनाओं पर चर्चा करेगी. प्रतिबंधों का तुरंत ऐलान किया जाएगा. बयान में कहा गया, रूस की ओर से अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन और यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर हमले के जवाब में रूस पर नए प्रतिबंधों की घोषणा करेगा. रूस को गंभीर आर्थिक परिणाम भुगतने होंगे.
इससे पहले ब्रिटिश राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि रूस को तत्काल सेना पीछे हटानी चाहिए. उन्होंने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा का भी आह्वान किया. संयुक्त राष्ट्र के मंच पर ब्रिटिश राजदूत ने कहा, विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चार्टर के तहत रूस को अपने दायित्वों का सम्मान करना चाहिए. हम रूस से पीछे हटने का आग्रह करते हैं.
रूस और यूक्रेन संकट से जुड़ी यह खबरें भी पढ़ें-