स्टॉकहोम : स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन ने सोमवार को विश्वास मत खो दिया, जिससे वह स्वीडन सरकार के पहले नेता हो गए हैं जिन्हें इस तरह के प्रस्ताव पर हार का सामना करना पड़ा है. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के स्टीफन लोफवेन 2014 से प्रधानमंत्री हैं.
इस घटनाक्रम के बाद स्कैंडेनेवियाई देश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है. 2018 में हुए चुनाव में संसद में गतिरोध पैदा हो गया था और सरकार बनाने के लिए महीनों तक वार्ताएं चलती रहीं.
स्वीडन के संविधान के तहत प्रधानमंत्री को एक हफ्ते में निर्णय करना है कि वह फिर से चुनाव कराना चाहते हैं या संसद के अध्यक्ष को नई सरकार बनाने के लिए कहते हैं.
लोफवेन ने कहा कि वह अगले कदम के बारे में निर्णय करने के लिए 'कुछ समय चाह रहे हैं, लेकिन जरूरी नहीं है कि पूरा हफ्ता लग जाए.'
यह सरकार सोशल डेमोक्रेटिक- ग्रीन गठबंधन की अल्पमत की सरकार थी जो कानून पारित करने के लिए छोटी लेफ्ट पार्टी के भरोसे थी.
लोफवेन की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव राष्ट्रवादी ‘स्वीडन डेमोक्रेट्स’ पार्टी ने पेश किया और आवास की कमी से निपटने के लिए एक प्रस्तावित कानून को लेकर लेफ्ट पार्टी द्वारा समर्थन वापस ले लेने के कारण सरकार अल्पमत में आ गई.
लोफवेन के खिलाफ 181 सांसदों ने वोट दिए जबकि उनके समर्थन में 109 सांसदों ने वोट किया. 51 सांसद अनुपस्थित रहे.
लेफ्ट पार्टी ने कहा कि नवनिर्मित मकानों के लिए किराया नियंत्रण खत्म करने के प्रस्ताव के कारण लोफवेन में उसका विश्वास नहीं रहा.