लंदन : दक्षिण अफ्रीकी (South Africa) लेखक डेमन गैलगट को उनके उपन्यास 'द प्रॉमिस' के लिए प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से नवाजा गया. गैलगट का यह उपन्यास दक्षिण अफ्रीका के नस्लवादी इतिहास के बीच एक श्वेत परिवार की कहानी पर आधारित है. गैलगट 50,000 पाउंड (69,000 डॉलर) की इनामी राशि वाले इस पुरस्कार के प्रबल दावेदार थे. 'द प्रॉमिस' एक संकटग्रस्त दक्षिणी अफ्रीकी श्वेत परिवार और एक अश्वेत कर्मी से किए गए उसके वादे की कहानी पर आधारित है.
गैलगट इस पुरस्कार के दावेदारों की अंतिम सूची में तीसरी बार पहुंचे थे. इससे पहले उन्हें 2003 में 'द गुड डॉक्टर' और 2010 में 'इन एक स्ट्रेंज रूम' के लिए दावेदारों की अंतिम सूची में स्थान मिला था, लेकिन दोनों बार वह पुरस्कार जीत नहीं पाए थे. इस बार गैलगट जीत के सबसे प्रबल दावेदार थे. इसके बावजूद उन्होंने कहा कि वह पुरस्कार पाकर हैरान हैं.
गैलगट ने कहा कि मैं सभी कही गई और अनकही कहानियों की ओर से, उन सभी लेखकों की ओर से, जिन्हें सुना गया है और नहीं सुना गया है, जिस शानदार महाद्वीप का मैं हिस्सा हूं, उसकी ओर से यह पुरस्कार स्वीकार करता हूं. उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि इस साल साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अब्दुल रज्जाक गुरनाह भी अफ्रीकी हैं.
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