कीव:यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि रूस की सेना ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में बम धमाके से एक गैस पाइपलाइन उड़ा दी है. स्टेट सर्विस ऑफ स्पेशल कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन प्रोटेक्शन ने आगाह किया कि इस विस्फोट से पर्यावरणीय आपदा भी आ सकती है. इसके साथ ही यहां के निवासियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी खिड़कियों को गीले कपड़ों से ढक दें और काफी मात्रा में तरल पदार्थ पिएं.
बताया जा रहा है कि इस विस्फोट का धुआं मशरूम की तरह लग रहा था. यूक्रेन की शीर्ष अभियोजक इरिना वेनेदिकतोवा ने कहा कि रूसी सेना खारकीव पर कब्जा नहीं कर पाई है और वहां भीषण लड़ाई चल रही है. करीब 15 लाख लोगों की आबादी वाला खारकीव, रूसी सीमा से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Ukraine President Volodymyr Zelensky) ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister narendra modi) से फोन पर बात की है. इस दौरान उन्होंने रूस के सैनिक आक्रमण को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत से राजनीतिक समर्थन मांगा. प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति जेलेंस्की की टेलीफोन पर यह बातचीत यूएनएससी में अमेरिका के उस प्रस्ताव पर हुए मतदान से भारत के अलग रहने के कुछ घंटों बाद हुई, जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूस के 'आक्रामक बर्ताव' की 'कड़ी शब्दों में निंदा' की गई थी.
जेलेंस्की ने एक ट्वीट में कहा, 'भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात की. यूक्रेन द्वारा रूसी आक्रमण का मुकाबला करने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया.' उन्होंने कहा, 'हमारी जमीन पर एक लाख से अधिक आक्रमणकारी हैं. वे आवासीय इमारतों पर अंधाधुंध गोलाबारी कर रहे हैं. भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हमें राजनीतिक समर्थन देने का आग्रह किया गया. एक साथ मिलकर हमलावरों को रोकते हैं.'