नई दिल्ली :रूस-यूक्रेन संकट के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दोनों के बीच संकट को समाप्त करने के लिए बातचीत में मध्यस्थता करने की पेशकश की है. बेनेट ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल की बैठक में बताया कि यूक्रेन में लड़ाई में फंसे नागरिकों की सहायता के लिए देश 100 टन मानवीय सहायता भेज रहा है. जिसमें चिकित्सा उपकरण और दवा, टेंट, स्लीपिंग बैग और कंबल शामिल हैं.
बेनेट ने इजराइल के सार्वजनिक प्रसारक 'कान' की एक खबर पर कोई टिप्पणी नहीं की, जिसमें कहा गया था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने उनसे रूस के साथ संकट को समाप्त करने के लिए बातचीत में मध्यस्थता करने का आग्रह किया. बेनेट के कार्यालय ने पुष्टि की है कि फोन पर बातचीत हुई लेकिन खबर पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. इस बीच, इजराइल में यहूदी प्रवासियों के लिए बने एक संगठन ने कहा कि वह रूसी आक्रमण से भागकर आने वाले नए प्रवासियों को जगह देने के लिए यूक्रेन सीमा पर अपने प्रयासों को तेज कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ ने पुतिन का मानद अध्यक्ष का दर्जा निलंबित किया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विश्व खेलों में अपना सबसे वरिष्ठ आधिकारिक पद अस्थायी रूप से खो दिया है. अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ (आईजेएफ) ने रविवार को पुतिन के मानद अध्यक्ष के दर्जे को निलंबित करने के लिए यूक्रेन में चल रहे युद्ध का हवाला दिया. रूसी राष्ट्रपति जूडो खेल में दिलचस्पी रखते हैं और उन्होंने 2012 के लंदन ओलंपिक में इस खेल में भाग लिया था.
ओलंपिक खेल निकायों में जूडो महासंघ द्वारा यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का वर्णन करने के लिए ‘‘युद्ध’’ शब्द का इस्तेमाल किया जाना दुर्लभ घटना है. खेल जगत से जुड़े अन्य संगठनों ने संघर्ष में वृद्धि जैसे शब्दों-वाक्यों का इस्तेमाल किया है. पुतिन के करीबी माने जाने वाले आर्कडे रोटेनबर्ग आईजेएफ की कार्यकारी समिति में विकास प्रबंधक के पद पर बने हुए हैं.
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि उनके देश पर आक्रमण के चलते रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से बाहर कर दिया जाना चाहिए. जेलेंस्की ने रविवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण नरसंहार की दिशा में उठा गया कदम है. उन्होंने कहा, रूस ने बुराई का रास्ता चुना है और दुनिया को उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बाहर कर देना चाहिए.
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि कीव में शनिवार रात को पहले की तुलना में उतनी भीषण लड़ाई नहीं हुई लेकिन यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में लड़ाई तेज हो रही है. रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा, यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने लगातार दूसरी रात कीव शहर के भीतर रूसी सैनिकों का मजबूती से सामना किया. लड़ाई पिछली शाम की तुलना में कम भीषण रही.
मंत्रालय ने कहा, चेर्निहाइव में मजबूत प्रतिरोध का सामना करने के बाद, रूसी सेना कीव की घेराबंदी और अलग-थलग करने को प्राथमिकता दे रही है. रात भर मिसाइलें दागे जाने के बाद खारकीव में रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई हुई है.