स्टॉकहोम :रसायन विज्ञान का नोबेल (Nobel in Chemistry) दो वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से दिया गया है. 2021 का नोबेल वैज्ञानिक बेंजामिन लिस्ट (Benjamin List) और डेविड मैकमिलन (David W.C. MacMillan) को दिया गया है. दोनों को रसायन का नोबेल (Chemistry Nobel) ऐसिममैट्रिक ऑर्गेनोकैटलिसिस के विकास (development of asymmetric organocatalysis) के लिए दिया गया है.
स्टाकहोम में स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज (Royal Swedish Academy of Sciences) के पैनल ने विजेताओं की घोषणा की है. पुरस्कार की घोषणा करते हुए नोबेल कमेटी ने कहा कि रसायन विज्ञान नोबेल पुरस्कार 2021 विजेता बेंजामिन लिस्ट और डेविड मैकमिलन ने अणु निर्माण के लिए एक नया और सरल उपकरण विकसित किया है, जिसका नाम ऑर्गेनोकैटलिसिस (organocatalysis) है. इसके उपयोगों में नए फार्मास्यूटिकल्स में अनुसंधान शामिल है और इसने रसायन विज्ञान को हरित (greener) बनाने में भी मदद की है.
बयान में कहा गया है कि शोधकर्ता लंबे समय से मानते थे कि केवल दो प्रकार के उत्प्रेरक उपलब्ध हैं- धातु और एंजाइम. मगर नोबेल पुरस्कार विजेता बेंजामिन लिस्ट और डेविड मैकमिलन ने एक तीसरे प्रकार का उत्प्रेरक- असममित (asymmetric) ऑर्गेनोकैटलिसिस विकास किया है, जो छोटे कार्बनिक अणुओं पर बनता है.
नोबेल विजेता बेंजामिन लिस्ट ने सोचा कि क्या उत्प्रेरक प्राप्त करने के लिए वास्तव में एक संपूर्ण एंजाइम की आवश्यकता होती है. उन्होंने परीक्षण किया कि क्या प्रोलाइन नामक अमीनो एसिड एक रासायनिक प्रतिक्रिया को उत्प्रेरित कर सकता है. परीक्षण में उन्हें अच्छा परिणाम मिला और इसने शानदार काम किया. नोबेल समिति के एक सदस्य, पर्निला विटुंग-स्टाफशेड ने कहा, 'यह पहले से ही मानव जाति को बहुत लाभान्वित कर रहा है.'
विजेता की प्रतिक्रिया
पुरस्कार की घोषणा के बाद लिस्ट ने कहा कि उनके लिए पुरस्कार एक 'बहुत बड़ा आश्चर्य' है. उन्होंने कहा, 'मुझे इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी.' उन्होंने कहा कि जब स्वीडन से फोन आया तो वह अपने परिवार के साथ एम्स्टर्डम में छुट्टियां मना रहे थे. लिस्ट ने कहा कि उन्हें शुरू में नहीं पता था कि मैकमिलन उसी विषय पर काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्हें लगा कि जब तक यह काम नहीं करता है तब तक उनका यह प्रयास एक खराब विचार हो सकता है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगा कि यह कुछ बड़ा हो सकता है.'
बता दें, नोबेल पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है. रसायन विज्ञान के अलावा साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में भी सराहनीय कार्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाता है.
गौरतलब है कि साल 2020 में रसायन का नोबेल (Nobel in Chemistry) इमैनुएल चारपोनियर और जेनिफर डूडना को दिया गया था. जीनोम एडिटिंग पद्धति का विकास करने के लिए वैज्ञानिकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. बता दें कि जीनोम एडिटिंग एक ऐसी पद्धति है, जिसके जरिए वैज्ञानिक जीव-जंतु के डीएनए में बदलाव करते हैं. यह प्रौद्योगिकी एक कैंची की तरह काम करती है, जो डीएनए को किसी खास स्थान से काटती है. इसके बाद वैज्ञानिक उस स्थान से डीएनए के काटे गये हिस्से को बदलते हैं. इससे रोगों के उपचार में मदद मिलती है.