स्टॉकहोम : नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने के लिए स्टॉकहोम में जुटे विजेताओं ने इस अवसर का इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत पर जोर देने के लिए किया.
अगले हफ्ते पुरस्कार ग्रहण करने से पहले भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र और अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने शनिवार को जलवायु परिवर्तन की स्थिति का आकलन किया. उनकी प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब स्पेन की राजधानी मैड्रिड में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की बैठक हो रही है.
सूर्य के जैसे एक तारे की परिक्रमा करने वाले एक ग्रह की खोज करने के लिए भौतिक शास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के संयुक्त रूप से विजेता घोषित किए गए डिडिएर क्वेलोज कहा कि अगर लोग जलवायु परिवर्तन को लेकर नहीं चेते तो उन्हें अंतत: पृथ्वी छोड़ना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, 'यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना है क्योंकि तारे हमसे बहुत दूर हैं और मैं मानता हूं कि धरती को बचाने की कोई उम्मीद नहीं है. हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हम वे प्रजातियां है जिसका विकास केवल इस ग्रह के लिए हुआ है. हम किसी अन्य ग्रह पर जीने के लिए नहीं बने हैं. ऐसे में बेहतर है कि इस समस्या के समाधान के लिए अपना समय एवं ऊर्जा लगाए.'
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अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं में शामिल एस्थर डुफ्लो ने कहा, 'इस समस्या से निपटने के लिए व्यवहार में बदलाव की जरूरत है खासतौर पर अमीर देशों को जो वस्तुओं और ऊर्जा के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं.'
लिथियम आयन बैटरी विकसित करने के लिए रसायन शास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता एम स्टैनले व्हिटिंघम ने कहा, 'जलवायु मुद्दे को सुलझाने में मदद करने का यह सही समय है, लेकिन हमें व्यावहारिक होना होगा... हम सभी कार्बन उत्सर्जन को बंद नहीं कर सकते.'