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अल्लामा इकबाल ने पाक नहीं, ग्रेटर पंजाब की विचारधारा पेश की : अल्ताफ हुसैन

सोशल मीडिया के माध्यम से एमक्यूएम के नेता अल्ताफ हुसैन ने कवि अल्लामा इकबाल को लेकर बयान दिया. उनका कहना है कि कवि अल्लामा इकबाल ने पाकिस्तान की विचारधारा को पेश नहीं किया. बावजूद इसके उन्हें पाकिस्तान के विचारक के रूप में देखा जाता है. पढ़ें पूरी खबर...

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अल्ताफ हुसैन

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Published : Jun 9, 2020, 8:58 AM IST

Updated : Jun 9, 2020, 10:35 AM IST

लंदन : मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के नेता अल्ताफ हुसैन ने कहा है कि कवि अल्लामा इकबाल ने पाकिस्तान की विचारधारा को पेश नहीं किया, लेकिन उन्होंने पश्चिम पंजाब के हित की रक्षा के लिए ग्रेटर पंजाब की विचारधारा जाहिर की है.

उन्होंने यह बात सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव टेलिकास्ट के जरिए कार्यकर्ताओं और जनता को अपने नवीनतम संबोधन में कही.

हुसैन ने कहा कि अल्लामा इकबाल ने कहा था कि वह पंजाब, उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत, सिंध और बलूचिस्तान को एक ही राज्य में देखना चाहते हैं.

हुसैन ने कहा कि अल्लामा इकबाल ने पाकिस्तान के बारे में विचार प्रस्तुत न कर पंजाब के विचार को प्रस्तुत किया. बावजूद इसके उन्हें पाकिस्तान के विचारक के रूप में देखा जाता है.

एमक्यूएम नेता ने आरोप लगाया कि सरकारों और पाकिस्तान की स्थापना ने इतिहास को विकृत कर रख दिया है.

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उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की नई पीढ़ी को सिखाया जाता है कि अल्लामा इकबाल एक नायक था, जिसने पाकिस्तान के लिए सपना देखा था.

हुसैन ने कहा कि सिंध, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित बाल्टिस्तान सैन्य शक्ति के माध्यम से पंजाब के उपनिवेश बन गए हैं.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पंजाबिस्तान बन गया है.

उन्होंने आगे कहा कि मोहजिर, सिंधी, बलूच, पश्तून और गिलगित बाल्टिस्तान के लोग पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं.

एमक्यूएम प्रमुख ने राज्य बलों द्वारा पाकिस्तान में अत्याचार और मानव अधिकारों के उल्लंघन की कड़ी निंदा की.

मशहूर शायर अल्लामा इकबाल

महान शायर अल्लामा इकबाल का जन्म पंजाब, पाकिस्तान में नौ नवंबर 1877 को हुआ था. उर्दू और फारसी में उनकी शायरी को आज के समय की सबसे बेहतरीन शायरी में गिना जाता है. लोगों को अपने शब्दों से बांधने वाले इकबाल आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं.

Last Updated : Jun 9, 2020, 10:35 AM IST

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