लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा देश में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लोगों की आवाजाही पर कम से कम तीन हफ्ते के लिए लगाए गए सख्त प्रतिबंधों पर उस वक्त सवालिया निशान लग गया, जब मंगलवार को व्यस्त समय में देश की भूमिगत ट्रेनें खचाखच भरी दिखीं क्योंकि लोग ट्रेनों का लगातार उपयोग कर रहे हैं.
देश में कोरोना वायरस के चलते मृतकों की संख्या 335 पर पहुंच गई है.
जॉनसन ने कोविड 19 के चलते सोमवार को लोगों की आवाजाही पर तीन सप्ताह के लिए सख्त प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी.
सोमवार शाम को टेलीविजन पर प्रसारित देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि कोई भी प्रधानमंत्री अपने लोगों पर इस तरह का दबाव नहीं बनाना चाहता, लेकिन हालात इस तरह के हैं कि उन्हें लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने और दो से अधिक लोगों के जुटने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को मजबूर होना पड़ा है.
लोगों को अपने घर से केवल बहुत जरूरी काम के लिए ही बाहर निकलने का संदेश देते हुए जॉनसन ने कहा, 'आज शाम से मैं ब्रिटेन के लोगों को बहुत साधारण निर्देश दे रहा हूं - आप घर पर ही रहें.'
हालांकि प्रधानमंत्री के संदेश की स्पष्टता को लेकर चिंताएं हैं और देशभर में तैनात पुलिस बलों ने कहा कि उन्हें लोगों की तरफ से लगातार फोन आ रहे हैं, जिसमें वे यह पूछते हैं कि अभी किस चीज की अनुमति है.
परिवहन मंत्री गैंट शैप्स ने सोमवार को एक ट्वीट के जरिए लोगों को सलाह दी कि यदि संभव हो तो वे घर पर ही रहें.
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उन्होंने कहा, 'आज सुबह खचाखच भरी ट्रेनों की तस्वीरें देखकर चिंतित हूं. सलाह स्पष्ट है : यदि संभव हो तो घर पर रहें. जीवन बचाने का यही रास्ता है.'