लंदन : प्रिंस फिलिप की अगले शनिवार को दक्षिण-पूर्व इग्लैंड के विंडसर कासल में अंत्येष्टि होगी. कोरोना वायरस महामारी के चलते यह कार्यक्रम अपेक्षाकृत सीमित पैमाने पर होगा, हालांकि, करीब 15 साल पहले उन्होंने जिस लैंड रोवर को डिजाइन करने में मदद की थी, उसे उनके जनाजे में शामिल किया जाएगा. ब्रिटिश राजपरिवार के शाही आवास बकिंघम पैलेस ने इस बारे में विवरण जारी किया है.
समझा जाता है कि यह गाड़ी कुछ बदलाव के साथ डिफेंडर 130 गन बस होगी, जिसे महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के दिवंगत पति ने 2005 में उपयोग में शामिल किया था. इसके तीन साल बाद जाकर ब्रिटिश लग्जरी ब्रांड जगुआर और लैंड रोवर (जेएलआर) का टाटा मोटर्स ने अधिग्रहण किया था. जेएलआर के एक बयान में कहा गया है कि जगुआर लैंड रोवर में हम, ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप के निधन से बेहद दुखी हैं.
इसमें कहा गया है कि हमारी संवेदनाएं महारानी के साथ है. प्रिंस फिलिप ने लोक सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और ब्रिटिश विनिर्माण, इंजीनियरिंग तथा डिजाइन में अहम योगदान दिया. प्रिंस फिलिप के ताबूत को लैंड रोवर पर रखा जाएगा, जो आठ मिनट के जनाजे के बाद सेंट जॉर्ज्स चैपल के द्वार पर पहुंचेगी. उसी स्थान पर 17 अप्रैल को एक मिनट के राष्ट्रीय मौन के साथ स्थानीय समय के अनुसार दोपहर तीन बजे अंत्येष्टि कार्यक्रम शुरू होगा. बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा कि अंत्येष्टि की योजना ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग की इच्छा के अनुरूप बनाई गई है.