मास्को : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रमुख आलोचक और विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को पुलिस ने मॉस्को एयरपोर्ट पर उतरते ही हिरासत में ले लिया. बता दें कि पिछली गर्मियों में जहर दिए जाने के बाद से वह जर्मनी में अपना इलाज करा रहे थे और रविवार को ही स्वदेश पहुंचे थे.
इस कदम से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक बार फिर पश्चिमी देशों की आलोचना झेलनी पड़ रही है. अमेरिका और फ्रांस समेत कई देशों ने रूसी सरकार की कड़ी आलोचना की है और जल्द नवेलनी को रिहा करने की मांग की है.
वहीं, जेल के अधिकारियों ने कहा, उन्हें पैरोल के कई उल्लंघनों और निलंबित जेल की सजा की शर्तों के लिए हिरासत में लिया गया है और उन्हें तब तक हिरासत में रखा जाएगा, जब तक कि अदालत उनके मामले में कोई फैसला नहीं करती.
रूस की जेल के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते उनकी गिरफ्तारी के लिए एक वारंट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि गबन के लिए 2014 की सजा पर उन्हें निलंबित सजा की शर्तों का उल्लंघन करते पाया गया. अधिकारियों ने मॉस्को की अदालत से नवलनी के 3 1/2-वर्ष की निलंबित सजा को वास्तविक में बदलने के लिए कहा है.
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नवलनी, जो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे प्रमुख और दृढ़ शत्रु हैं, ने जर्मनी में पिछले पांच महीने एक नर्व एजेंट हमले से उबरने में बिताए थे, जिसके लिये उन्होंने क्रेमलिन को दोषी ठहराया था. नवलनी ने अपनी मर्जी से बर्लिन छोड़ने का फैसला किया.
अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने नवलनी को जल्द से जल्द छोड़ने को कहा है. उधर, फ्रांस सरकार ने भी रूस से नवेलनी को आजाद करने की मांग की है. इससे पहले नवलनी को जहर दिए जाने का मामला भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बना था. जर्मनी में हुए सैन्य टेस्ट में पाया गया था कि उन्हें घातक नोविचोक जहर दिया गया था. जर्मनी की डिफेंस लैब ने बताया था कि नवलनी पर रूस की बनी नर्व एजेंट नोविकोच जहर से मारने की कोशिश की गई थी.
दरअसल, पिछले हफ्ते नवलनी ने कहा था कि वह घर लौटने की योजना बना चुके हैं. इसके बाद ही मॉस्को प्रिजन सर्विस ने कहा था कि उनके लौटने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. कैद की उनकी निलंबित सजा की शर्तों के कथित उल्लंघन करने का यह मामला है.