निकोसिया : साइप्रस की राजधानी निकोसिया में सैकड़ों लोग सड़को पर उतर आए हैं. यह प्रदर्शन देश में हो रहे सीरियल किलिंग के चलते हो रहा है. लोग हाथों में मोमबत्ती लिए न्याय की गुहार लगाते नजर आए.
गौरतलब है कि हाल ही में शहर में पांच विदेशी महिला और दो लड़कियों की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया. इस केस में पुलिस ने सैन्य अधिकारी को गिरप्तार किया है. एक भारतीय के भी हताहत होने की खबर है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
इस केस में एक सैन्य अधिकारी द्वारा अपना जुर्म कुबुल किए जाने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है.
पुलिस द्वारा शिनाख्त करने पर गुरुवार को निकोसिया से कुछ 30 कि.मी की दूरी पर एक खदान के पास कुछ शवों को निकाला गया है.
जानकारी के मुताबिक मारी गई सभी महिलाएं विदेशी हैं, जिसमें 38 साल की मैरी रोज टिबरसियो भी शामिल हैं. इनका शव 14 अप्रैल को एक बाढ़ग्रस्त खदान में मिला था. वह और उसकी छह साल की बेटी पिछले साल मई से गायब थी.
कैंडल मार्च के दौरान का दृश्य. महिला का शव तो मिल गया है, लेकिन बच्ची अभी भी लापता है. पुलिस को शक है कि आरोपी ने उसकी भी हत्या कर दी है. गोताखोरों ने पास के जलाशय में भी उसकी तलाश की लेकिन लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया है.
सड़को पर उतरें सैकड़ो लोग. पुलिस अधिकारियों ने पिछले सप्ताह टिबरसियो के ऑनलाइन संदेशों को देखकर आरोपी सैन्य अधिकारी को ट्रैक किया.
छह दिन बाद यानि कि 20 अप्रैल को पुलिस को उसी खदान में एक और शव मिला जिसकी पहचान साइप्रस मीडिया ने फिलीपींस के 28 वर्षीय एरियन पलाना लोज़ानो के रूप में की. इसके अलावा फिलीपींस की 31 वर्षीय मारीकर वाल्तेज़ अर्कीओला भी दिसंबर 2017 से गायब थी. पहले तो संदिग्ध ने अर्कियोला को मारने से इनकार कर दिया, लेकिन गुरुवार को अदालत में सुनवाई के बाद अपना गुनाह कुबुल किया.
प्रदर्शन में शामिल होने आए लोग. इतना ही नहीं संदिग्ध ने गुरुवार को एक सैन्य फायरिंग रेंज के बारे में बताया, जहां पुलिस ने एक और अज्ञात शव की खोज की, जो संदिग्ध के अनुसार नेपाली या भारतीय मूल की महिला का है.
इसके अलावा साइप्रस पुलिस को एक रोमानियाई मां और बेटी की भी तलाश है. साइप्रस की मीडिया ने उनकी पहचान 36 वर्षीय लिविया फ्लोरेंटिना ब्यूना और आठ वर्षीय ऐलिना नतालिया ब्यूना के रूप में की है, जो कि सितंबर 2016 से लापता हैं.
लोगों ने कैंडल जलाकर की प्रार्थना. गौर करने वाली बात यह है कि इस सीरियल किलर ने देश में मौजूद विदेशी महिलाओं को अपना टारगेट बनाया जो यहां रह रही थी या काम करती थी.
साइप्रस में फेडरेशन ऑफ फिलिपिनो संगठन की अध्यक्ष एस्टर बीट्टी का कहना है कि 'हमारे लिए वास्तव में यह स्वीकार करना मुश्किल है कि क्या हुआ है, अभी भी क्या चल रहा है, हमें अभी भी बहुत सारे सवालों के उत्तर चाहिए है.'
उन्होंने कहा कि 'पुलिस जो खबर दे रही है, हम सिर्फ उस बात पर भरोसा कर रहे हैं. हम आशा करते हैं कि इन सभी पीड़ितों को साइप्रस प्रणाली के भीतर न्याय मिलेगा.'
साथ ही उन्होंने कहा कि 'मुझे लगा कि उन सभी महिलाएं जो लापता है या जिनकी हत्या हुई है, उनके लिए कुछ करना चाहिए, इसलिए मैंने इस घटना के बारे में पोस्ट किया और अच्छी बात यह रही कि लोग आए और मेरे साथ जुड़े. मेरे साथ-साथ यह सभी लोग चाहते हैं कि उस सभी महिलाओं को न्याय मिले.'
पुलिस ने कहा कि संदिग्ध को सुनवाई के लिए शनिवार को अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है.