पेरिस : कोरोनो वायरस को लेकर दुनिया भर में अध्ययन किए जा रहे हैं, जिससे वायरस को लेकर नई जानकारियां सामने आ रही हैं. ऐसे ही एक अधय्यन से पता चला है कि कोरोना वायरस फ्लू से 10 गुना अधिक घातक है.
संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने पिछले सप्ताह सांसदों को बताया कि कोरोना वायरस की वास्तविक मृत्यु दर का अभी तक पता नहीं लगा है, लेकिन यह फ्लू से 10 गुना अधिक है, जो दुनियाभर में हर वर्ष हजारों लोगों को मारता है.
अधिकतर लोगों को हल्की से मध्यम बीमारी हुई है, लेकिन वायरस उन लोगों के लिए अधिक गंभीर है, जो अधिक उम्र के हैं या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं.
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के पूर्व निदेशक हैं डॉ टॉम फ्रीडेन का, जो अब एक वैश्विक स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख हैं, कहना है कि यह एक बड़ी संख्या है, अमेरिका में कम से कम 60 प्रतिशत वयस्कों में से एक अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति का सामना कर रहा है. फ्रीडेन का कहना है कि कोरोना वायरस और उससे होने वाली बीमारी के बारे में अब भी बहुत कुछ है, जिसे हम नहीं जानते.
यह कैसे फैलता है
फ्रीडेन ने बताया कि कोरोना वायरस का सबसे अधिक असर संक्रमित व्यक्ति को खांसने से होता है. जिससे यह वायरस आस-पास के लोगों द्वारा सांस के साथ चला जाता है.अब तक यह पता नहीं चल सका है कि क्या यह दूषित सतहों को छूने से फैलता है. हालांकि अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में किए गए परीक्षणों से पता चला है कि दूषित सतहों को छूने से फैल सकता है. यह ही कारण है कि वह आपके हाथों को धोने और आपके चेहरे को छूने की सलाह नहीं देते.
उन्होंने बताया कि यह वायरस हवा में कई घंटों तक, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक और प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर दो से तीन दिन तक रह सकता है. इसलिए ब्लीच युक्त चीजों से सतहों को साफ करना चाहिए. हम अब भी इस वायरस के जीव विज्ञान के बारे में सीख रहे हैं.
जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय की माइक्रोबायोलॉजिस्ट जूली फिशर ने कहा कि यह जिम जाने के लोगों के लिए सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि वहां लोग एक दूसरों पर खांसते हैं या साझा सतहों या उपकरणों को दूषित करते हैं. वह सुझाव देती हैं कि अगर आपको खांसी या बुखार हो रहा है तो आप भीड़ में जाने से बचें.
यह कितनी जल्दी फैलता है?
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति औसतन दो या तीन अन्य लोगों को संक्रमित करता है. यह फ्लू से अधिक आसानी से फैलता है, लेकिन खसरा, तपेदिक या कुछ अन्य श्वसन रोगों से कम है. हालांकि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि क्या यह बच्चों में आसानी से फैलता है, लेकिन उनमें से कम बीमारी का पता चला है. चीन में 1,099 रोगियों के एक अध्ययन में पाया गया कि 0.9% मामले 15 से कम थे.
लक्षण क्या हैं?
इससे ज्यादातर लोगों को बुखार और खांसी होती है, कभी-कभी थकान या सांस की तकलीफ भी होती है और यह लगभग दो सप्ताह के बाद ठीक हो जाता है. लगभग 15 प्रतिशत संक्रमित लोगों में ही गंभीर बीमारी होती है, जिसमें निमोनिया भी शामिल है, चीनी वैज्ञानिकों ने वहां 45,000 मामलों की सूचना दी. बीमारी के चलते ही लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे शुरू होते हैं और खराब होने लगते हैं. पिछले हफ्ते अमेरिका में सात अस्पताल में भर्ती 12 रोगियों पर एक रिपोर्ट जारी की गई इसमें अधिकतर को अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याएं थीं और बीमारी के दूसरे सप्ताह के दौरान उनकी हालत और खराब हो गई.