लंदन : प्रिंस हैरी ने शाही परिवार से अलग होने के औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दुख जाहिर करते हुए कहा कि उनके पास कोई और विकल्प नहीं बचा था.
इस समझौते के तहत उन्हें और उनकी पत्नी मेगन मर्केल को शाही उपाधि क्रमशः 'हिज रॉयल हाइनेस' और 'हर रॉयल हाइनेस' (एचआरएच) छोड़नी होगी और अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए वे सार्वजनिक कोष का इस्तेमाल भी नहीं कर पाएंगे.
हैरी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दुखी भी हैं क्योंकि उन्हें चीजों के इस तरह अंजाम पर पहुंचने का अंदाजा नहीं था.
हैरी ने कहा कि वह और मेगन शादी के समय 'उत्साहित', 'आशावान' थे कि वे यहां अपनी सेवाएं दे पाएंगे.
इस ऐतिहासिक समझौते के बाद हैरी ने अपने पहले बयान में कहा, 'मैं उन कारणों की वजह से, बेहद दुखी हूं कि चीजें यहां पहुंच गईं.'
लंदन में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'हमें उम्मीद थी कि हम महारानी, कॉमनवेल्थ और मेरे सैन्य संघ को सेवाएं देते रहेंगे, लेकिन बिना सार्वजनिक कोष...दुर्भाग्यवश, यह संभव नहीं है. मैंने यह जानते हुए इसे स्वीकार कर लिया कि इससे मैं जो हूं या जितना प्रतिबद्ध हूं, यह नहीं बदलेगा.'
हैरी ने कहा कि उनके और मेगन के पास वास्तव में इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था और उन्हें उम्मीद के सहारे आगे बढ़ना था. उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद के सहारे आगे बढ़ रहे हैं.... यह कदम उठाने के लिए मुझे हिम्मत देने के लिए शुक्रिया.'