दिल्ली

delhi

डाउनिंग स्ट्रीट छोड़ने से पहले भावुक हुईं थेरेसा मे, कहा- गर्व और निराशा दोनों

By

Published : Jul 13, 2019, 7:44 PM IST

इस्तीफे के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे डाउनिंग स्ट्रीट छोड़ने वाली हैं. इस लेकर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जानें क्या कहना है मे का.......

थेरेसा मे (सौ. IANS)

नई दिल्ली: ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने डाउनिंग स्ट्रीट को छोड़ने लेकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि वह डाउनिंग स्ट्रीट को छोड़ते हुए गर्व और निराशा दोनों के भाव महसूस कर रही हैं. दरअसल, उनको अगले 12 दिनों में डाउनिंग स्ट्रीट छोड़नी है.

एक निजी टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में थेरेसा मे ने कहा कि ब्रेक्जिट में खुद को ना देखकर उनके मन में हताशा जरूर होगी और वो कमजोर भी महसूस करेंगी.

उन्होंने कहा कि नौकरी में तीन साल में उन्होंने एक 'बड़ी रकम' हासिल की, लेकिन अब डाउनिंग स्ट्रीट छोड़ने के दौरान निराशा हो गई है. उनका कहना है कि अब जब उनके पास और अधिक करने के लिये कुछ था, तो उन्हें इसे छोड़ना पड़ रहा है, जिसके कारण वे अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं.

उन्होंने बताया कि वह अपने पति के साथ फिलिप के साथ 24 जुलाई को डाउनिंग स्ट्रीट से चले जाएंगे. इसके बाद बोरिस जॉनसन या जेरेमी हंट द्वारा प्रधानमंत्री का पद संभाला जाएगा.
गौरतलब है कि, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के तौर पर जून में इस्तीफा दे दिया था.

पढ़ें: ब्रिटिश सांसदों ने बिना समझौते वाले ब्रेक्जिट को रोकने के लिए कानून बनाया

थेरेसा ने कहा कि ब्रेक्जिट पर फेल रहने पर भी उन्हें अपने कार्यकाल पर गर्व है. उन्होंने कहा, 'मुझे इस बात का दुख नहीं की हम ब्रेक्जिट में फेल हो गए. कई बार मैं आधी रात को उठकर बैठ जाया करती थी, जो चल रहा था उसके बार में सोचने लगती थी. इस दौरान मुझे डायबिटीज भी हो गया था. जिस कारण मुझे नियमित तौर पर इंजेक्शन लेना पड़ता है, फिर भी मैंने सेहत से जुड़ी समस्याओं को काम के आड़े नहीं आने दिया.'

थेरेसा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कैश बढ़ाना, युवा बेरोजगारी आधी करना, कार्यस्थल पर महिलाओं की संख्या बढ़ाना, भत्तों में बढ़ोतरी जैसे प्रभावी फैसलों के लिए देश मुझे कई दशक तक याद रखेगा.

बता दें, मे 13 जुलाई, 2016 को ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री बनी थीं. उन्होंने 2 साल में ब्रेक्जिट का दावा किया था. मे ने 2 साल में ब्रेग्जिट प्रक्रिया को पूरा करने के वादे के साथ शपथ ली थी. लेकिन वो भी इसमें सफल नहीं हो पाई थीं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details