लंदन : भारत चीन के संबंध 'मुश्किल दौर' से गुजर रहे हैं. हालांकि, देश में कोविड-19 महामारी के दौरान रणनीतिक सामान की आवाजाही में ढील देने के संदर्भ में हाल में सकारात्मक चर्चा हुई है. यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कही.
यहां आयोजित ऑनलाइन सत्र में भारत-चीन संबंधों और हाल में चीनी विदेशमंत्री वांग यी के साथ हुई चर्चा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में जयशंकर ने यह बात कही.
उन्होंने कहा, पिछली वार्ता काफी हद तक कोविड-19 महामारी पर केंद्रित थी और मेरी चर्चा का विषय था कि कोविड-19 निश्चित रूप से कुछ बड़ा है और यह हमारे साझे हित में है कि इससे निपटने के लिए मिलकर काम करें और यही बात विदेश मंत्र वांग यी ने भी मुझसे कही.
मंत्री ने कहा कि भारतीय कंपनियां चीन से ऑर्डर प्राप्त करने में मुश्किल का सामना कर रही हैं और उनका चीनी मंत्री को संदेश था कि वह सबसे बेहतर मदद इस प्रक्रिया में राहत देकर कर सकते हैं.
जयशंकर ने कहा, हमारी बातचीत के बाद चीजें आगे बढ़ी हैं. हमारी कुछ विमानन कंपनियों को तुरंत वहां जाने की अनुमति मिली. कड़ी बढ़ रही है जो बहुत प्रशंसनीय है.
वृहद स्तर पर भारत-चीन संबंधों के बारे में मंत्री ने कहा कि सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया चल रही है लेकिन अब तक सीमा के इच्छित स्थान तक उनकी वापसी नहीं हुई है.
जयशंकर ने कहा, इस समय हमारे रिश्ते मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं क्योंकि समझौतों का उल्लंघन हुआ है और यह समझ है की चीन ने अपनी ओर से गत कई सालों में भारी सैन्य तैनाती बिना किसी कारण के वास्तविक नियंत्रण रेखा पर की है.