लंदन : ब्रिटेन में 12 दिसंबर को होने जा रहे चुनाव से पहले जारी प्रचार में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के भारत के फैसले से जुड़ा मुद्दा भी अपनी जगह बना चुका है. उम्मीदवारों ने कहा है कि चुनाव प्रचार में यह मुद्दा नहीं उठना चाहिए.
भारतीय समुदाय से जुड़े कुछ संगठन मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया पर संदेश भेज रहे हैं. विपक्षी लेबर पार्टी को अपने 'भारत विरोधी रुख' को लेकर हमलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि इसने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप के लिए प्रस्ताव पारित किया था.
स्थिति को भांपते हुए लेबर पार्टी के भारतीय मूल के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि हम अपनी गृह-भूमियों का बंटवारा जारी रख एक बेहतर देश बन सकते हैं. इसकी जगह आज हमें ब्रिटेन पर ध्यान देना चाहिए. कश्मीर, कश्मीर के लोगों का मामला है और जिसके विवादों का समाधान भारतीय संविधान के कानून के दायरे में होना चाहिए.'
शर्मा को एक बार फिर से पश्चिमी लंदन के ईलिंग साउथाल निर्वाचन क्षेत्र से विजयी होने की उम्मीद है. इस सीट पर वह अपनी पार्टी की तरफ से 2007 से काबिज हैं.
उन्होंने कहा, 'यह चुनाव इस बारे में निर्णय करने का है कि हम किस तरह के ब्रिटेन में रहना चाहते हैं.' लेबर पार्टी के विरोध में व्हाट्सएप और टि्वटर पर भी संदेशों का आदान-प्रदान हो रहा है और इसे लंदन में पाकिस्तान के समर्थन में हुए प्रदर्शनों की आलोचना न करने पर 'हिन्दू विरोधी' कहा जा रहा है.
इस संबंध में एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें पिछले महीने दिवाली के दिन तथाकथित 'कश्मीर को स्वतंत्र करो' रैली के दौरान प्रदर्शनकारी एक दक्षिणपंथी ब्रिटिश पत्रकार से धक्का-मुक्की करते नजर आते हैं.