मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने रविवार को घोषणा की कि देश की सीमाएं शेष दुनिया के लिए अनिश्चित काल के लिए बंद रहेंगी ताकि ऑस्ट्रेलियाई लोगों को कोविड-19 के सामने आ रहे नये प्रकारों के घातक प्रकोप से बचाया जा सके. दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलने के बाद ऑस्ट्रेलिया की सीमाओं को पिछले साल मार्च में बंद कर दिया गया था. केवल नागरिकों और स्थायी निवासियों को कुछ सख्त कोविड-19 सीमा नियमों के तहत देश में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है.
ऑस्ट्रेलिया ने 27 अप्रैल को भारत में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के चलते वहां से सभी प्रत्यक्ष यात्री उड़ानें 15 मई तक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी थीं. मीडिया में यहां आई खबरों के अनुसार, मॉरिसन ने कहा कि वह इस समय ऑस्ट्रेलिया को दुनिया के लिए खोलने के लिए कोई इच्छा नहीं देखते. उन्होंने कहा कि वह 'सतर्क' रहना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि यह अभी भी अस्पष्ट है कि क्या टीकाकरण पूरा होने के बाद भी इसे फिर से खोलना सुरक्षित होगा या नहीं. उन्होंने कहा कि उनकी 'शून्य मामलों' के लक्ष्य को छोड़ने की कोई योजना नहीं है. मॉरिसन ने कहा कि देश की सीमाएं शेष दुनिया के लिए अनिश्चित काल के लिए बंद रहेंगी ताकि ऑस्ट्रेलियाई लोगों को कोविड-19 के नये प्रकारों के घातक प्रकोप से बचाया जा सके. मॉरिसन ने कहा कि मुझे पता है कि एक बार जब आप (कोविड-19) को फिर से वापस आने देंगे, तो आप इसे बाहर नहीं निकाल सकते. हम इस वर्ष के दौरान टीकाकरण कार्यक्रम को जारी रखना चाहते हैं और इस बीच मैं सतर्क रहना चाहता हूं, यह मेरे स्वभाव में है.
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बाद में एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने चेतावनी दी कि सीमाएं केवल तभी खोली जाएंगी 'जब ऐसा करना सुरक्षित होगा. हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है और अभी भी कई अनिश्चितताएं हैं. ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 29,906 है और मृतक संख्या 910 है. संघीय सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कुल 25 लाख ऑस्ट्रेलियाई लोगों को कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है.