वॉशिंगटन : भारत के खिलाफ चीनी सेना के आक्रामक कदमों के पीछे राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जिम्मेदार ठहराते हुए अमेरिका की एक प्रमुख पत्रिका ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि चीनी राष्ट्रपति ने भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ का प्रयास करके अपने भविष्य को जोखिम में डाल दिया है क्योंकि यह भारतीय सेना की कड़ी जवाबी कार्रवाई के बाद अप्रत्याशित रूप से विफल रहा.
पत्रिका 'न्यूजवीक' ने एक अपने एक लेख में कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी में सुधार आंदोलन और दुश्मनों के उत्पीड़न में पहले से ही उलझे 67 वर्षीय शी भारतीय सीमा पर चीन की नाकामी के बाद कोई अन्य क्रूर कदम उठाएंगे.
इसने कहा, 'यह शी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, भारत के खिलाफ आक्रामकता वाले कदमों के वही कर्ताधर्ता हैं और उनकी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) अप्रत्याशित रूप से नाकाम साबित हुई है. भारतीय सीमा पर चीनी सेना की विफलताओं के अपने परिणाम होंगे.'
पत्रिका ने चेताया कि सबसे अहम बात यह है कि विफलता के कारण चीन के शासक शी जिनपिंग भारत के खिलाफ कोई अन्य आक्रामक कदम उठाने को प्रोत्साहित हो सकते हैं, जोकि अपनी पार्टी की केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष भी हैं और पीएलए के भी प्रमुख हैं.
न्यूजवीक में कहा गया कि 67 वर्षीय शी की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी बदलाव के दौर से गुजर रही है. ऐसे में भारतीय सीमा पर चीन की सेना की विफलता जिनपिंग के लिए भारी पड़ सकती है. पीएलए का विफल होना जिनपिंग के लिए दुष्परिणाम साबित हो सकता है.