नई दिल्ली : विश्व की प्रमुख 20 अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी20 के मौजूदा अध्यक्ष सऊदी अरब ने रविवार को कहा कि समूह का आगामी शिखर सम्मेलन मील का पत्थर साबित होगा. यह सम्मेलन आभासी तरीके से 21-22 नवंबर को होने वाला है.
सऊदी अरब ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है, जब कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्था को उबारने में मदद करने के लिए जी20 से राजकोषीय समर्थन, कर्ज में कटौती तथा अन्य मौद्रिक उपायों की अपेक्षा की जा रही है.
भारत में सऊदी अरब के राजदूत सऊद बिन मोहम्मद अल सती ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन काफी हद तक कोरोनो वायरस महामारी के प्रभावों, भविष्य की स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कदमों पर केंद्रित होगा.
अल सती ने कहा कि सऊदी अरब उस ज्ञान और अनुभव को महत्व देता है, जो भारत ने जी20 को दिया है. इसके साथ-साथ महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर के कई देशों में चिकित्सकीय सामान एवं सामग्री की आपूर्ति बढ़ाने के भारत के उल्लेखनीय प्रयासों को भी सऊदी अरब तवज्जो देता है.
राजदूत ने कहा कि सऊदी अरब पहले ही महामारी से जी20 देशों तथा अन्य देशों के समक्ष आई दिक्कतों का ठोस नीतिगत समाधान निकालने के लिए दुनियाभर की कंपनियों व अध्ययन संस्थानाअें के साथ-साथ विभिन्न संबंद्ध पक्षों के साथ संवाद कर रहा है.