न्यूयॉर्क :संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने कहा, भारत ध्रुवीकृत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 'सेतु' का काम कर रहा है, मतभेदों को दूर करने का प्रयास कर रहा है, परिषद के बयानों को दिशा देने में मदद कर रहा है, अफगानिस्तान और म्यांमा पर चर्चा और सीरिया में मानवीय संकट को ध्यान में रखकर वृहद बैठक पर जोर दे रहा है और आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
पंद्रह सदस्यीय सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के रूप में निर्वाचन के तीन महीने पूरे कर रहे भारत के संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, भारत सुरक्षा परिषद की चर्चाओं में 'अनूठा परिप्रेक्ष्य' लाने में सफल रहा है.
तिरुमूर्ति ने कहा, आप चाहें तो इसे भारतीय परिप्रेक्ष्य कह सकते हैं. यह बहुत गहन अवधि रही है. उन्होंने रेखांकित किया कि भारत ऐसे समय में सुरक्षा परिषद सदस्य बना है, जिसमें गत समय में ध्रुवीकरण हुआ है.
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तिरुमूर्ति ने कहा, ध्रुवीकरण अब भी दिखाई देता है, भारत सुरक्षा परिषद में मतभेदों को दूर करने में सेतु की तरह काम कर रहा है. हम सभी मुद्दों पर सदस्यों के साथ सृजनात्मक कार्य कर रहे हैं. हमारी बात का सम्मान होता है और हमारे योगदान को स्वीकार किया जाता है.