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चीन से खतरे के बीच ताइवान ने किया सैन्य अभ्यास

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Published : Sep 15, 2021, 6:29 PM IST

यह ताइवान के पांच दिवसीय हान गुआंग सैन्य अभ्यास का हिस्सा है, जिसका मकसद चीनी हमले की स्थिति में इस द्वीप की सेना को तैयार रखना है. चीन, ताइवान पर अपना हक जताता है.

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जिआदोंग :ताइवान के स्वदेश निर्मित लड़ाकू विमान (Taiwan's indigenous fighter aircraft), अमेरिका द्वारा निर्मित एफ-16वी (US-made F-16V), फ्रांसिसी विमान मिराज 2000-5 (French aircraft Mirage 2000-5) और ई-5के बुधवार तड़के आक्रमण विरोधी अभ्यास (anti-attack exercise) के लिए जिआदोंग में उतरे. उन्होंने यह पता लगाने के लिए अभ्यास किया कि अगर दुश्मन की सेना उनके हवाईअड्डे को क्षतिग्रस्त कर देती है तो ऐसी स्थिति में वे क्या करेंगे.

यह ताइवान के पांच दिवसीय हान गुआंग सैन्य अभ्यास का हिस्सा है, जिसका मकसद चीनी हमले की स्थिति में इस द्वीप की सेना को तैयार रखना है. चीन, ताइवान पर अपना हक जताता है. कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के कारण इस साल यह वार्षिक अभ्यास छोटे पैमाने पर किया गया. पिछले दो वर्षों में चीन से खतरा बढ़ा है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ताइवान की वायु सेना (Taiwan air force) को धमकाने और प्रताड़ित करने की कोशिश के तहत लगभग आए दिन उसके वायु क्षेत्र पर लड़ाकू विमानों को उड़ाती है.

पढ़ें :चिर प्रतिद्वंद्वी कोरियाई देशों ने मिसाइल परीक्षण किए, तनाव बढ़ा

कई विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती सैन्य गतिविधि से युद्ध की स्थिति पैदा नहीं होगी. पिछले दो वर्षों में ताइवान ने अमेरिका से मिसाइलों की खरीद प्रक्रिया भी तेज की है. चीन के ताइवान मामलों के कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बुधवार को ताइवान की सत्तारूढ़ पार्टी से कहा कि आप किसी भी तरीके से यह ऐतिहासिक और कानूनी सच्चाई नहीं बदल सकते कि ताइवान, चीन का हिस्सा है.

(पीटीआई-भाषा)

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