सिडनी: ऑस्ट्रेलिया में दुनिया में तेजी से विलुप्त हो रहे सुमित्रन उप-प्रजाति के बाघ के तीन शावकों को सिडनी के टारोंगा जू में लाया गया. बाघ के तीन छोटे-छोटे बच्चों के देखने के लिए लोग चिड़ियाघर पहुंच रहे हैं.
बाघ के तीन शावकों को सिडनी के टारोंगा जू में भेजा गया कगार पर सुमित्रन बाघ के तीन बच्चों को सिडनी के टारोंगा चिडियाघर में शुक्रवार को शिफ्ट कर दिया गया है. इन तीन बाघ बच्चों को जन्म मादा बाघ कृतिका ने 17 जनवरी को दिया था.
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तीन दुर्लभ शावकों में दो मादा और एक नर हैं. दो मादा शावकों का नाम चिड़ियाघर के अधिकारियों ने मावर (रोज इन इंडोनेशियाई) और तेंगह मलम (मिडनाइट इन इंडोनेशियन) रखा है . वहीं पुरुष शावक को नाम पेमना (इंडोनेशियाई इन आर्चर) दिया है.
टारोंगा जू सिडनी के मैंडी एवरेट ने कहा कि सुमित्रन प्रजाति वाले बाघ बड़े तेजी से विलुप्त होते जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि जंगल के कम होने की वजह से इन बाघों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
एवरेट ने यह बताया कि इन बाघो की संख्या जंगल में अब लगभग 350 होने का अनुमान है. सुमात्रा बाघ की जानकारी देते हुए चिड़ियाघर के अधिकारी ने बताया कि 1980 में 21 सुमात्रा बाघ सिडनी पैदा हुए थे.