कुआलालंपुर :मलेशिया के सुल्तान ने राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक के दौरान उनके बीच राजनीतिक कलह को खत्म करने का आह्वान किया हैं. वहीं लेशिया के प्रधानमंत्री मुहिउद्दीन यासीन ने करीब 18 महीने पद पर रहने के बाद सोमवार को इस्तीफा दे दिया था.
माना जाता है कि उनकी सरकार कोविड-19 महामारी का ठीक तरह से प्रबंध नहीं कर पाई थी. जिस वजह से उन पर जनता की नाराजगी का दबाव था और यही वजह रही कि उन्होंने पद से त्याग पत्र दे दिया है. मलेशिया में दुनिया में प्रति व्यक्ति सबसे ज्यादा संक्रमण दर और मृत्यु दर है. देश में सात महीने से आपातकाल लागू है और जून से लॉकडाउन लगा है. बावजूद इसके दैनिक मामलों की संख्या 20000 के पार है.
सुल्तान अब्दुल्लाह सुल्तान अहमद शाह ने आम चुनाव कराए जाने की संभावना से इनकार किया है क्योंकि देश के कई हिस्से रेड जोन के दायरे में हैं और स्वास्थ्य सुविधाएं अपर्याप्त हैं. हालांकि यासीन को तब तक के लिए कार्यवाहक (केयर टेकर) प्रधानमंत्री नियुक्ति किया गया है. जब तक उनके उत्तराधिकारी का फैसला नहीं हो जाता है.
विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम उन आठ पार्टियों के नेताओं में शामिल थे जिन्हें महल में सुल्तान ने बैठक के लिए बुलाया था. उन्होंने कहा कि बैठक में सुल्तान ने आग्रह किया कि वे अपनी कलह खत्म करें. उनके मुताबिक, सुल्तान ने जोर दिया कि नया नेता प्रतिशोधी नहीं होना चाहिए और सभी पार्टियों को महामारी से निपटने और अर्थव्यवस्था को उबारने में सहयोग देना चाहिए.