बीजिंग : इस साल 15 जून को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की स्थापना की 20वीं वर्षगांठ थी. एससीओ के सदस्य देश शुरू के छह से अब के आठ सदस्य देशों, चार सर्वेक्षक देशों और छह वातार्लाप देशों तक विस्तृत हो चुके हैं.
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एससीओ ने न केवल क्षेत्रीय शांति की प्रबल रक्षा की, क्षेत्रीय विकास को आगे बढ़ाया, बल्कि बहुपक्षवाद की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों (International Relations) के लोकतंत्रीकरण को आगे बढ़ाने में मिसाल स्थापित की है.
नया सहयोग फार्मूला
एक क्षेत्रीय सहयोग प्रणाली होने के नाते एससीओ ने शुरू में आपसी विश्वास, आपसी लाभ, समानता, सलाह मश्विरा, विविधतापूर्ण सभ्यताओं का सम्मान करने और साझे विकास की शंघाई भावना की स्थापना की थी, जिसने विभिन्न सामाजिक व्यवस्था और विकास रास्ते वाले देशों के बीच सामंजस्यपूर्ण ढंग से सहअस्तित्व करने का नया सहयोग फार्मूला लाया है और कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त कीं.
सुरक्षा सहयोग में एससीओ ने सिलसिलेवार आतंकवाद विरोधी संधियों पर हस्ताक्षर किए और कई बार शांति मिशन नामक संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभ्यास किया, जिसने कारगर रूप से क्षेत्रीय शांति व स्थिरता की रक्षा की.