बीजिंग:भारत (India), अमेरिका (America), ब्रिटेन (Britain), ऑस्ट्रेलिया (Australia) समेत कई देशों के विरोध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian president Vladimir Putin) विंटर ओलंपिक (Winter Olympics 2022) के उद्धाटन समारोह में हिस्सा लेने बीजिंग पहुंचे. यहां पुतिन ने चीन के साथ नजदीकी संबंधों की जमकर तारीफ की. गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (China's President Xi Jinping) की जनवरी 2020 के बाद से (जब चीन कोविड -19 के शुरुआती प्रकोप से जूझ रहा था चीन से बाहर नहीं गए हैं. तब से) पहली बार किसी राष्ट्राध्यक्ष से मिल रहे हैं.
विंटर ओलंपिक के उद्धाटन समारोह (Winter Olympic 2022 opening ceremony) में हिस्सा लेने के लिए 20 से अधिक देशों के नेता चीन पहुंचने वाले हैं. माना जा रहा है कि चीन इसका इस्तेमाल दुनिया में अपनी छवि सुधारने में करेगा. खास तौर से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग. दोनों नेता चीनी देश पश्चिम की बढ़ती आलोचना के सामने संबंधों को गहरा करना चाहेंगे.
रूस और चीन का संबंध गौरवमयः पुतिन
पुतिन ने टीवी पर दिए अपने भाषण में कहा कि रूस का चीन के साथ संबंध अप्रत्याशित प्रकृति का है. यह गौरवमय संबंध का उदाहरण है. पुतिन ने कहा कि रूस ने रूस के सुदूर पूर्व से चीन को 10 अरब घन मीटर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए एक नया अनुबंध भी तैयार किया है. शी ने कहा कि उनका मानना है कि बैठक चीन-रूस संबंधों में और अधिक ऊर्जा डालेगी. माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान पुतिन और शी जिनपिंग ने यूक्रेन संकट (Russo-Ukrainian Crisis) अमेरिका से तनाव के अलावा व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
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रूसी रक्षा मंत्रालय क्रेमलिन ने बाद में एक ब्रीफिंग में कहा कि दोनों देश नाटो के विस्तार का विरोध करते हैं. और चाहते हैं कि नाटो दायरा बढ़ाने की कोशिश बंद करे. साथ ही अमेरिका के नेतृत्व वाले रक्षा ब्लॉक से 'शीत युद्ध के युग' के दृष्टिकोण को छोड़ने का आह्वान करते हैं. यूक्रेन के साथ अपनी सीमा के पास 100,000 सैनिकों की तैनाती के बाद मास्को समर्थन की तलाश कर रहा है. यूक्रेन मामले को पश्चिमी देशों ने गंभीरता से लेते हुए रूसी हमले के जवाब में 'गंभीर परिणाम' भुगतने की धमकी दी है. क्रेमलिन के अनुसार, पुतिन और शी ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में वाशिंगटन के 'शांति और स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव' वाले बयान की भी आलोचना की है.
जिनपिंग अच्छे दोस्त और राजनेता
सीसीटीवी ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में पुतिन के हवाले से कहा कि मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लंबे समय से जानता हूं. वह अच्छे दोस्त और राजनेता हैं. हम दुनिया की समस्याओं को हल करने पर कई समान विचार साझा करते हैं. हमने हमेशा घनिष्ठ संचार बनाए रखा है. उन्होंने अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी राजनयिक ओलंपिक के बहिष्कार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य से, कई देशों द्वारा अपने स्वार्थ के लिए खेलों का राजनीतिकरण करने के प्रयास हुए हैं, इस तरह के कदम मौलिक रूप से गलत हैं.
1949 में कम्युनिस्ट शासन की स्थापना के बाद चीन को सोवियत संघ से भरपूर समर्थन मिला. लेकिन बाद में वैचारिक मतभेदों के कारण दोनों देशों में दूरियां भी आ गई. 1990 के दशक में शीत युद्ध समाप्त होने के साथ ही संबंध पटरी पर आ गए. खेलों के दौरान चीन पहुंचने वाले अन्य नेताओं में मिस्र के अब्देल फत्ताह अल-सीसी, सऊदी अरब के मोहम्मद बिन सलमान, कजाकिस्तान के कसीम-जोमार्ट टोकायव और पोलैंड के आंद्रेज डूडा शामिल हैं. उद्धाटन समारोह में लगभग 21 विश्व नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है. इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के डेमोक्रेसी इंडेक्स के अनुसार, उनमें से अधिकांश नेता गैर-लोकतांत्रिक शासनों पर शासन करते हैं.
दोनों नेता शुक्रवार शाम ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे. हालांकि डोपिंग कांड में हिस्सेदारी के कारण अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में रूसी अधिकारियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. लेकिन मेजबान देश के प्रमुख द्वारा आमंत्रित किए जाने पर वो भाग ले सकते हैं.