बीजिंग : एक अध्ययन में कहा गया है कि पाबंदियों में छूट देने पर चीन कोविड-19 महामारी के 'भंयकर प्रकोप' का सामना (Facing the wrath of the epidemic) कर सकता है. पेकिंग विश्वविद्यालय के गणितज्ञों की रिपोर्ट (Peking University mathematicians report) में कहा गया है कि अगर चीन अन्य देशों की तरह यात्रा प्रतिबंध को हटा देता है और कोराना वायरस संक्रमण के प्रसार को कतई बर्दाश्त नहीं करने के रुख को छोड़ देता है तो देश में रोजाना 6,30,000 से अधिक मामले सामने आ सकते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आकलन में खुलासा हुआ है कि भंयकर प्रकोप की संभावना है जिसका बोझ चिकित्सा प्रणाली नहीं उठा सकती. चीन में शनिवार को कोविड-19 के 23 नये मामले सामने आए जिनमें से 20 मामले अन्य देशों से आए और बीजिंग सहित अन्य शहरों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.
दुनिया के लिए महामारी शुरू होने से पहले चीन के वुहान शहर में वर्ष 2019 के अंत में कोविड का पहला मामला आया था. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक चीन में अब तक कोविड-19 के 98,631 मामले आए हैं जबकि 4,636 मरीजों की मौत हुई है. इस समय 785 मरीज उपचाराधीन हैं.
चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा चाइना सीडीसी साप्ताहिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक पेकिंग विश्वविद्यालय के चार गणितज्ञों ने कहा है कि चीन बिना प्रभावी टीकाकरण और विशेष इलाज के सभी आने जाने वालों के लिए पृथकवास की व्यवस्था करने के लिए तैयार नहीं है.
मौजूदा समय में विदेश से चीन आने वालों को निर्धारित होटलों में 21 दिनों तक पृथकवास में रहना पड़ता है. अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, स्पेन और फ्रांस के अगस्त से अबतक के आंकड़ों का विश्लेषण कर वैज्ञानिकों ने आकलन करने की कोशिश की कि चीन अगर इन देशों की तरह रणनीति अपनाए तो क्या प्रभाव पड़ेगा.