यांगून : म्यांमार में पिछले महीने सेना द्वारा किए गए तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बुधवार को कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई.
सोशल मीडिया और स्थानीय खबरों में मृतकों की संख्या के बारे में यह जानकारी दी गई है.
विभिन्न शहरों में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के कई वीडियो सामने आए हैं. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियां छोड़ने के साथ आग्नेयास्त्रों का भी इस्तेमाल किया.
स्वतंत्र चैनल और ऑनलाइन न्यूज सर्विस डेमोक्रेटिक वॉयस ऑफ बर्मा के मुताबिक देश के सबसे बड़े शहर यांगून में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में तीन लोगों की मौत हो गई.
देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई. मोनयावा में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई. मिंगयान में प्रदर्शन में एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई.
म्यांमार में एक फरवरी को तख्तापलट के बाद से प्रदर्शनकारी लगातार सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लोग, आंग सान सू ची समेत अन्य नेताओं को रिहा किए जाने की मांग कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि रविवार को सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कम से कम 18 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई.
पढ़ें :-म्यांमार में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई में 18 लोगों की मौत : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय
हिंसा बढ़ने के बीच म्यांमार में राजनीतिक संकट के समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयास भी किए जा रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को म्यांमार के मामले पर बैठक होने की संभावना है. ब्रिटेन ने इस बैठक का अनुरोध किया है.
हालांकि, म्यांमार के खिलाफ किसी समन्वित कार्रवाई पर संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद के दो स्थायी सदस्य चीन और रूस वीटो लगा सकते हैं. कुछ देशों ने म्यांमार पर प्रतिबंध लगाए हैं जबकि कुछ देश प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं.