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पाकिस्तान : बैसाखी पर गुरुद्वारा पंजा साहिब में होने वाला कार्यक्रम रद - बैसाखी

पाकिस्तान सरकार ने बैसाखी के अवसर पर गुरुद्वारा पंजा साहिब में होने वाले कार्यक्रम को कोरोना वायरस महामारी के कारण रद कर दिया है. हसनअब्दाल स्थित इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे में बैसाखी के अवसर पर 14 अप्रैल से समारोह होने थे. इनमें भारत से तीन हजार और दुनिया की अन्य जगहों से दो हजार से अधिक सिख हिस्सा लेने वाले थे. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Apr 7, 2020, 12:11 AM IST

इस्लामाबाद : पाकिस्तान सरकार ने बैसाखी के अवसर पर गुरुद्वारा पंजा साहिब में होने वाले कार्यक्रम को कोरोना वायरस महामारी के कारण रद कर दिया है. हसनअब्दाल स्थित इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे में बैसाखी के अवसर पर 14 अप्रैल से समारोह होने थे. इनमें भारत से तीन हजार और दुनिया की अन्य जगहों से दो हजार से अधिक सिख हिस्सा लेने वाले थे.

पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि इवेक्यूइ ट्रस्ट प्रापर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के उप सचिव (धर्मस्थल) इमरान गोंडल ने बताया कि एक बैठक में ईटीपीबी और पकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सर्वसम्मति से इस आशय का फैसला किया कि इस साल हसनअब्दाल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब में बैसाखी समारोह नहीं होंगे और सिख श्रद्धालुओं की इससे जुड़ी यात्रा को रद कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि इस बारे में धार्मिक मामलों के मंत्रालय को जानकारी दे दी गई है ताकि इसे विदेश मंत्रालय व भारत सरकार तक पहुंचा दिया जाए और नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग इस सिलसिले में वीजे न जारी करे.

गोंडल ने कहा, 'हमने हाल के दिनों में हालात पर करीबी निगाह रखी और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व अन्य हितधारकों के साथ समन्वय बनाए रखा. हम कोरोना वायरस महामारी के बीच अपने सिख मेहमानों के स्वास्थ्य को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकते और इस दिशा में संघीय सरकार के दिशानिर्देश के पालन के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार अमीर सिंह ने कहा कि यह निर्णय सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है. उन्होंने कहा कि यह फैसला आसान नहीं था क्योंकि गुरुद्वारा पंजा साहिब के बैसाखी समारोह का पूरी दुनिया के सिखों के लिए एक अलग भावनात्मक महत्व है. लेकिन, स्थितियों के कारण अब गुरुद्वारे में केवल प्रतीकात्मक रूप से बैसाखी मनाई जाएगी.

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