नई दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 11 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर भारत आएंगे. इस मुलाकात से ठीक पहले भारत में चीन के राजदूत सन वेइडांग ने भारत चीन संबंधों पर बयान दिया है. ऐसे समय पर उनका बयान आना काफी अहमियत रखता है.
भारत-चीन सीमा विवाद पर चीनी राजदूत ने कहा कि सीमा पर अंतिम निबटारे को लेकर चल रहे विवादों से पहले, हमें संयुक्त रूप से सीमा क्षेत्रों में शांति और सदभाव बनाए रखने की जरूरत है.
भारत में चीन के राजदूत सन वीदोंग का बयान. इसके साथ ही उन्होंने भारत और चीन के बीच बढ़ते व्यापार घाटे पर कहा कि चीन ने कभी भी व्यापार अधिशेष की बात नहीं की है और चीन-भारत के बीच व्यापार असंतुलन दोनों की औद्योगिक संरचनाओं में अंतर का परिणाम है.
भारत में चीन के राजदूत सन वीदोंग का बयान. बता दें, जिनपिंग अपने दो दिवसीय दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चेन्नई में मुलाकात करेंगे. वह 11 अक्टूबर को भारत पहुंच रहे हैं. साथ ही भारत ने इस पर साफ कर दिया है कि अनुच्छेद 370 पर चीन से कोई बात नहीं होगी. यह भारत का आंतरिक मामला है.
खबरों की मानें तो मोदी और जिनपिंग की मुलाकात शुक्रवार की शाम पांच बजे के आसपास होगी. यह दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक बैठक होगी. दोनों के बीच यह दूसरी अनौपचारिक बैठक होने वाली है.
बैठक में वास्तविक नियंत्रण रेखा को ठीक रखने और व्यापार के संबंध में चर्चा हो सकती है. इसके अलावा मोदी और जिनपिंग चेन्नई के मंदिर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
सरकारी सूत्रों की मानें तो शी जिनपिंग 11 अक्टूबर को चेन्नई पहुंचेंगे. उम्मीद है की पीएम मोदी राष्ट्रपति जिनपिंग को शहर के प्रमुख स्थानों के दर्शन कराएंगे.
साथ ही मोदी राष्ट्रपति के सम्मान में डिनर का आयोजन भी करेंगे. 12 अक्टूबर को दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता होगी. इस दौरान चेन्नई में एनएसए और विदेश मंत्रालय के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
भारत आने से पहले चीनी राष्ट्रपति कि मुलाकात पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से हुई थी. इस दौरान इमरान खान चीन में ही हैं.