इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर बुधवार को कहा कि उनका देश सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाना जारी रखेगा.
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की विधानसभा को संबोधित करते हुए खान ने दावा किया कि विश्व के कई नेता यह तक नहीं जानते हैं कि कश्मीर में क्या चल रहा है.
वह जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा पांच अगस्त 2019 को समाप्त करने के भारत सरकार के फैसले के एक साल पूरा होने के मौके पर पीओके विधानसभा को संबोधित कर रहे थे.
खान ने कहा कि उनकी सरकार की कोशिशों के चलते कश्मीर मुद्दा प्रमुखता से उठा और 'अब विश्व इस पर गौर कर रहा है.'
पाक प्रधानमंत्री ने इससे पहले यह स्वीकार किया था कि विश्व मंच पर कश्मीर मुद्दे पर उन्हें उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है. इसका कारण पश्चिमी देशों के भारत में वाणिज्यिक हित हैं, जो एक बड़ा बाजार है.
खान ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों सहित विश्व नेताओं को व्यक्तिगत रूप से कश्मीर के बारे में अवगत कराया है.
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिये जाने और इस पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने पर भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की नाकाम कोशिश की .
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से स्पष्ट रूप से कहा है कि अनुच्छेद 370 को रद्द करना उसका (भारत का) आंतरिक विषय है. भारत ने पाकिस्तान को हकीकत को स्वीकार करने और भारत विरोधी सारे दुष्प्रचार बंद करने की भी सलाह दी है.
खान ने पाकिस्तान के नये राजनीतिक नक्शे का भी बचाव किया और कहा कि यह कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत का हिस्से के तौर पर शामिल करने के नयी दिल्ली के फैसले का एक आवश्यक जवाब है.
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गौरतलब है कि भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान को 'तथाकथित नये राजनीतिक नक्शे' को जारी करने पर आड़े हाथ लिया था, जिसमें दावा किया गया है कि जम्मू-कश्मीर और गुजरात के कुछ हिस्से उसके क्षेत्र का हिस्सा हैं. भारत ने इसे 'राजनीतिक मूर्खता' की संज्ञा देते हुए कहा कि इन हास्यास्पद दावों की न तो कोई कानूनी वैधता है और ना ही अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता.
नयी दिल्ली की यह कड़ी प्रतिक्रिया पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा इस्लामाबाद में उनके देश का नया राजनीतिक नक्शा जारी करने के कुछ घंटे बाद आई थी.