इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान चीन की यात्रा करने वाले हैं. इस दौरान वे 60 अरब डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना के तहत पन बिजली, तेल रिफाइनरी और इस्पात मिलों के क्षेत्र में कई बड़ी परियोजनाओं पर चीन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करेगा. आधिकारिक सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी मिली है.
प्रधानमंत्री खान चीन की दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को बीजिंग पहुंचेंगे. इस दौरान खान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे. साथ ही क्षेत्रीय और द्विपक्षीय महत्व के मामलों पर चर्चा करेंगे.
खान उन अधिकतर सीपीईसी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए शीर्ष चीनी नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे, जो सरकार के सामने मौजूद वित्तीय संकट और भ्रष्टाचार रोधी संस्था 'राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो' के डर से नौकरशाही के असहयोग समेत विभिन्न कारणों से कथित रूप से रुकी हुई हैं.
खान ने पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था. इसके बाद से चीन की यह उनकी तीसरी यात्रा होगी. इमरान खान की यह यात्रा इसलिए और महत्व रखती है क्योंकि इसके कुछ ही दिनों बाद अगले सप्ताह शी चेन्नई के निकट मामल्लापुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. वे दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत आएंगे.
खान की चीन यात्रा से पहले संघीय योजना, विकास एवं सुधार मंत्री मखदुम खुसरो बख्तियार ने संवाददाता सम्मेलन में रविवार को कहा कि पाकिस्तान पनबिजली, तेल रिफाइनरी और इस्पात मिलों के क्षेत्र में कई बड़ी परियोजनाओं को लेकर चीन में उच्च स्तरीय वार्ता करेगा.
एक निजी अखबार के अनुसार बख्तियार ने कहा 'पाकिस्तान व्यापार, विज्ञान एवं तकनीक में संयुक्त उपक्रमों के अलावा एक प्रमुख एलएनजी टर्मिनल, 7000 मेगावाट बुंजी पनबिजली परियोजना, पाकिस्तान स्टील मिल्स, तेल रिफाइनरियों समेत अतिरिक्त परियोजनाओं पर समझौतों के लिए औपचारिक वार्ता आरंभ करेगा.'