इस्लामाबाद :पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने काबुल में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद से अफगानिस्तान के पड़ोसियों की पहली मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी करते हुए कहा कि भले ही युद्ध से थके हुए देश में स्थिति जटिल और परिवर्तनशील है. उसकी नई वास्तविकता को देखने के लिए दुनिया को अपना पुराना नजरिया छोड़ना होगा और एक यथार्थवादी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा.
कुरैशी ने अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों- चीन, ईरान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान- के विदेश मंत्रियों की पहली डिजिटल बैठक की अध्यक्षता करने के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट किए.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, अफगानिस्तान में स्थिति जटिल और परिवर्तनशील बनी हुई है. हमें उम्मीद है कि राजनीतिक स्थिति स्थिर हो जाएगी और जल्द ही स्थितियां सामान्य हो जाएंगी. नई वास्तविकता के लिए हमें पुराने नजरिये को त्यागने, नई अंतर्दृष्टि विकसित करने और यथार्थवादी/ व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है.
यह बैठक तालिबान द्वारा मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व वाली एक कट्टरपंथी अंतरिम सरकार की घोषणा करने के एक दिन बाद की गई है. इसमें विद्रोही संगठन के प्रमुख सदस्यों के साथ सत्ता साझा की जा रही है और इस सरकार में आंतरिक मंत्री के तौर पर खूंखार हक्कानी नेटवर्क के विशेष रूप से वैश्विक आतंकवादी नामित शख्स को भी शामिल किया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रयासों के केंद्र में अफगान लोगों की भलाई होनी चाहिए, जो 40 वर्षों से अधिक समय से संघर्ष के कारण भारी नुकसान झेल रहे हैं. उन्होंने कहा, हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर मुख्य प्राथमिकताएं मानवीय संकट और आर्थिक मंदी को रोकने के लिए कदम उठाना है.