इस्लामाबाद :अफगानिस्तान में शांति को लेकर पाकिस्तान की मेजबानी में शनिवार से होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन को ईद-उल-अजहा तक टाल दिया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. यह घोषणा ऐसे समय हुई है जब युद्धग्रस्त देश में हिंसा बढ़ रही है और तालिबान आतंकवादियों को समर्थन पर काबुल व इस्लामाबाद में बयानबाजी बढ़ी है.
सम्मेलन इस्लामाबाद में 17 से 19 जुलाई तक होना था और इसमें अफगानिस्तान के कई उच्च पदस्थ नेताओं को हिस्सा लेना था. तालिबान नेताओं को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया था.
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, इस्लामाबाद में 17 से 19 जुलाई 2021 को निर्धारित अफगान शांति सम्मेलन को ईद-उल-अजहा तक स्थगित किया जाता है. सम्मेलन के लिए नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी.
इस साल ईद-उल-अजहा 21 जुलाई को मनाई जाएगी.
सम्मेलन को टाले जाने की घोषणा ऐसे वक्त हुई है जब विदेश कार्यालय ने एक अन्य बयान में अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह की उस टिप्पणी को खारिज कर दिया कि पाकिस्तानी वायुसेना चमन और स्पिन बोलडाक के सीमावर्ती इलाकों में तालिबान आतंकवादियों की मदद कर रही है.
बीते कुछ दिनों से कंधार के स्पिन बोलडाक कस्बे में तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है. तालिबान आतंकवादियों ने हाल के सप्ताहों में दर्जनों जिलों पर कब्जा कर लिया है और अब माना जा रहा है कि 11 सितंबर को अफगानिस्तान से अमेरिकी और पश्चिमी सैनिकों की पूर्ण वापसी से पहले देश के करीब एक तिहाई हिस्से पर उनका नियंत्रण है.