इस्लामाबाद: भारत के साथ पर्दे के पीछे की कूटनीति की बहाली के लिए पाकिस्तान सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की नियुक्ति पर सक्रियता से गौर कर रही है.
पिछले साल पदभार संभालने के बाद से ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सभी लंबित मुद्दों पर भारत से बातचीत करने के लिए बार-बार संपर्रक साधने की कोशिश की है. लेकिन भारत ने यह साफ कर दिया है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चलेगी.
मीडिया के अनुसार एनएसए की संभावित नियुक्ति का मतलब भारत के साथ पर्दे के पीछे की कूटनीति को बहाल करना है ताकि दोनों देशों के बीच अहम मुद्दों पर कोई बात हो सके.
इस संबंध में एक अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि सरकार किसी सेवानिवृत अधिकारी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त कर सकती है. उन्होंने बताया कि इस मामले पर कुछ नामों पर गौर किया जा रहा है लेकिन अब तक अंतिम फैसला नहीं किया गया है.