नेपीता :म्यांमार की सैन्य सरकार अपदस्थ नेता आंग सान सू ची की (Aung San Suu Kyi ) और उनकी सरकार के अन्य पूर्व अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के नए मामले खोले गए हैं. म्यांमार के सरकारी ग्लोबल न्यू लाइट (Global New Light) ने आज (गुरुवार) इस बात की जानकारी दी.
भ्रष्टाचार के मामले (corruption cases) धर्मार्थ दाव खिन की फाउंडेशन (charitable Daw Khin Kyi Foundation) के लिए भूमि के दुरुपयोग से संबंधित आरोपों पर आधारित हैं, जिसकी अध्यक्षता आंग सान सू ची की ने की थी.
बता दें कि आंग सान सू ची के खिलाफ अगले सप्ताह सोमवार को अदालत में अपना मामला पेश करेगी. सू ची के वकीलों ने इस बारे में जानकारी दी है.
सेना ने फरवरी में निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर सू ची को गिरफ्तार किया था. तख्तापलट के खिलाफ जनविरोध मजबूत बना रहा और हाल के महीने में इसने सशस्त्र विद्रोह का रूप ले लिया. सू ची के समर्थकों का आरोप है कि उनकी नेता के खिलाफ आरोप राजनीति से प्रेरित, उनकी नीतियों को गलत ठहराने के लिए और तख्तापलट को सही साबित करने के लिए हैं.
पढ़ें-अमेरिका में टिकटॉक-वीचैट पर बैन का फैसला वापस, जो बाइडेन ने पलटा ट्रंप का आदेश
सरकारी अभियोजकों को राजधानी नेपीता की अदालत में 28 जून तक अपना पक्ष रखना होगा. सू ची पर पांच आरोपों में सुनवाई हो रही है. इसके बाद सू ची की ओर से बचाव पक्ष की टीम को 26 जुलाई तक अपना पक्ष रखना होगा. हर सप्ताह सोमवार और मंगलवार को अदालत में सुनवाई होगी. सू ची और दो अन्य व्यक्तियों अपदस्थ राष्ट्रपति विन मिंट और नेपीता के पूर्व मेयर म्यो आंग के लिए सोमवार को प्रक्रियात्मक सुनवाई के बाद खिन माउंग जॉ ने पत्रकारों को इस बारे में बताया.
सू ची तथा उनके विश्वस्त दोनों नेताओं पर ऐसी सूचनाएं फैलाने का आरोप है, जिससे अशांति पैदा हो सकती थी. साथ ही सू ची पर 2020 में चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 महामारी के लिए तय पाबंदियों का कथित तौर पर उल्लंघन कर प्राकृतिक आपदा प्रबंधन कानून तोड़ने का आरोप भी है.