काठमांडू : एक हालिया साक्षात्कार में ओली ने इस तथ्य को स्वीकार किया कि एक बार दोनों पड़ोसियों में गलतफहमी हो गई थी. उन्होंने हालांकि इस बारे में और विवरण नहीं दिया. ओली ने टीवी पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संबोधन में पिछले महीने कहा था कि भारत के साथ सीमा से जुड़े लंबित मुद्दों को कूटनीति के माध्यम से निपटाया जाएगा.
इनमें ऐतिहासिक समझौतों, नक्शों और तथ्यात्मक दस्तावेजों को आधार बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि हां, एक समय गलतफहमी थी लेकिन अब वो गलतफहमी दूर हो गई हैं. हमें पूर्व की गलतफहमियों में नहीं फंसे रहना चाहिए बल्कि भविष्य को देखते हुए आगे बढ़ना चाहिए.
फिलहाल अल्पमत सरकार का नेतृत्व कर रहे नेपाल के 69 वर्षीय प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें सकारात्मक संबंध बनाने होंगे. राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के प्रधानमंत्री ओली की सिफारिश पर प्रतिनिधि सभा को भंग करने और नए चुनावों की घोषणा के 'असंवैधानिक' कदम के खिलाफ नेपाल के विरोधी गठबंधन ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया है.
ओली ने कहा कि नेपाल का भारत के साथ विशिष्ट रिश्ता है जैसा किसी और देश के साथ नहीं है. उन्होंने पूछा कि पड़ोसी प्यार और समस्याएं दोनों साझा करते हैं. क्या चिली और अर्जेंटीना में लोगों के बीच समस्याएं नहीं हैं?
नेपाल द्वारा प्रकाशित किए गए नए राजनीतिक नक्शे में तीन भारतीय क्षेत्रों- लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को नेपाल का हिस्सा दिखाए जाने के बाद भारत और नेपाल के संबंधों में काफी तनाव आ गया था.
नेपाल द्वारा नक्शा जारी किए जाने के बाद भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे 'एकपक्षीय कार्रवाई' करार दिया था और काठमांडू को चेताया था कि क्षेत्र के 'कृत्रिम विस्तार' के दावों को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
भारत ने कहा था कि नेपाल की कार्रवाई ने सीमा से जुड़े मुद्दों को वार्ता के जरिए सुलझाने पर दोनों देशों के बीच बनी सहमति का उल्लंघन किया है. कड़वाहट भरे सीमा विवाद के बाद थमा द्विपक्षीय विनिमय 2020 को उत्तरार्ध में फिर से शुरू हुआ और कई उच्चस्तरीय दौरे हुए क्योंकि भारत जोर देता रहा है कि वह खुद को हिमालयी राष्ट्र के 'सबसे बड़े मित्र' और विकास साझेदार के तौर पर देखता है.
नेपाल ने विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ज्ञवाली इस साल जनवरी में नई दिल्ली आए थे और उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े व्यापक मुद्दों पर चर्चा की थी. ज्ञवाली ने कहा था कि दोनों देशों ने मुद्दों के समाधान के लिए साझी प्रतिबद्धता व्यक्त की है.