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एक जनवरी को दुनियाभर में 3.7 लाख बच्चों का जन्म, भारत में 60 हजार

यूनिसेफ ने कहा कि नए साल के पहले दिन दुनिया भर में अनुमानित 3,71,504 बच्चों का जन्म होगा. इनमें से सबसे अधिक बच्चे भारत में जन्म लेंगे.

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Published : Jan 1, 2021, 6:16 PM IST

न्यूयॉर्क : संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने शुक्रवार को कहा कि नए साल के पहले दिन दुनिया भर में अनुमानित 3,71,504 बच्चों का जन्म होगा. कुल मिलाकर अनुमानित 140 मिलियन (14 करोड़) बच्चे 2021 में पैदा होंगे. उनकी औसत जीवन प्रत्याशा 84 वर्ष होने की उम्मीद है, जबकि प्रशांत क्षेत्र में फिजी 2021 के पहले बच्चे का स्वागत करेगा, अमेरिका सबसे अंत में बच्चे का स्वागत करेगा.

यूनिसेफ ने कहा कि विश्व स्तर पर, नए साल के पहले दिन आधे से अधिक बच्चों का जन्म 10 देशों में होने का अनुमान है. इनमें भारत (59,995), चीन (35,615), नाइजीरिया (21,439), पाकिस्तान (14,161), इंडोनेशिया (12,336), इथियोपिया ( 12,006), यूएस (10,312), मिस्र (9,455), बांग्लादेश (9,236) और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (8,640), शामिल हैं.

यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा फोर ने एक बयान में कहा कि आज पैदा हुए बच्चे एक एक साल पहले से अलग दुनिया में प्रवेस करेंगे और नया साल एक नए अवसर लेकर आएगा.

उन्होंने कहा कि आज पैदा होने वाले बच्चे दुनिया को वो विरासत में देंगे जिसे हम आज बनाना शुरू करेंगे. आइए हम 2021 में बच्चों के लिए एक निष्पक्ष, सुरक्षित, स्वस्थ दुनिया का निर्माण करना शुरू करें.

यूनिसेफ ने कहा कि भारत में शुक्रवार को पैदा हुए बच्चों की जीवन प्रत्याशा 80.9 वर्ष होगी. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा कि भारत नवजात कार्य योजना 2014-2020 में परिकल्पित किए गए देश के प्रयासों के कारण हर दिन अतिरिक्त एक हजार बच्चे जीवित रह रहे हैं.

अगर हम बच्चों के जीवन को बचाने चाहते हैं, तो महामारी के संभावित प्रभाव को पहचानना और संबोधित करना महत्वपूर्ण है. यूनिसेफ में भारत की प्रतिनिधि यास्मीन अली हक ने कहा कि जैसा ही संकट खत्म हो, हमें एक बेहतर दुनिया का निर्माण करने के लिए लंबी अवधि के लिए भी सोचना चाहिए.

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महामारी ने हमें न कि केवल संकट की घड़ी में बल्कि हर समय लोगों की सुरक्षा के लिए सिस्टम और नीतियों की आवश्यकता को दर्शाया है.

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