हांगकांग: ग्वादर को लंबे समय से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के संचालन व चीनी बेस बनाने के लिए उपयुक्त स्थल माना जाता है. हालांकि, यह निश्चित रूप से अपरिहार्य नहीं है कि ग्वादर, PLAN का बेस बन जाएगा. इसलिए चीनी दृष्टिकोण से यह स्थान उसके लिए काफी अहम है.
चीन एक रणनीतिक मजबूत अवधारणा का अनुसरण कर रहा है, जिसके तहत रणनीतिक रूप से अहम विदेशी बंदरगाहों में चीनी फर्मों द्वारा संचालित टर्मिनलों और वाणिज्यिक क्षेत्रों का उपयोग किया जाता है.
इसमें कोई शक नहीं है कि चीनी अधिकारी राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों और निजी फर्मों के बीच उच्च-स्तरीय समन्वय को कारगर बनाता है, खासकर तब जब रेलवे, सड़क और पाइपलाइन जैसे बुनियादी ढांचे जुड़े हुए हों.
इस तरह के स्ट्रॉन्ग पॉइंट चीन को आपूर्ति, रसद और खुफिया केंद्रों का एक नेटवर्क बनाने की क्षमता प्रदान करते हैं.
उल्लेखनीय है कि ग्वादर दो कारणों से बीजिंग के लिए महत्वपूर्ण है. पहला यह कि ग्वादर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के माध्यम से हिंद महासागर के लिए सीधे परिवहन संपर्क स्थापित कर रहा है. क्योंकि ग्वादर निवेश के लिए नहीं बल्कि यह एक रणनीतिक रूप से अहम है. इसलिए चीन को ग्वादार में इंवेस्ट किया फंड वापस लेने की जरूरत नहीं है.
दूसरा कारण यह है कि ग्वादर पश्चिमी चीन को, जो एक ऐसा क्षेत्र है, जहां चीन इस्लामी आंदोलन के प्रति संवेदनशील महसूस करता है. इसको स्थिर करने में मदद करता है.
पाकिस्तान के सुदूर और अस्थिर बलूचिस्तान में 90,000 निवासियों का डस्टी फिशिंग शहर रणनीतिक रूप से अरब सागर पर स्थित है.
इसके अलावा ग्वादार से होर्मुज से केवल 400 किमी दूर है, जिसके माध्यम से चीन 40 प्रतिशत तेल सीधे आयात करता है.
बता दें कि चीन 2002 से ग्वादर का प्रमुख प्रमोटर और निवेशक रहा है.
ग्वादर में वाणिज्यिक गतिविधि के लिए सस्ता और कम यातायात वाला रास्ता है. यहां सड़क परियोजना शुरू करने के लिए 248 अमेरिकी डॉलर का इंवेस्ट किया गया, जिसमें से चीन ने 198 मिलियन अमरीकी डालर का इंवेस्ट किया था.
हिंद महासागर क्षेत्र में चीन का एकान्त सैन्य अड्डा जिबूती में है, जिसे अगस्त 2017 में स्थापित किया गया था.
ग्वादर चीन के लिए समुद्र से बाहर सबसे अहम स्थान बना हुआ है. जिबूती की तुलना में ग्वादर का अलग ही महत्व है.
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ग्वादर में 200 मीटर लंबाई और 50,000 टन डेडवेट के तीन जहाजों के लिए बर्थिंग स्पेस मौजूद है, और बेसिन अधिकतम 295 मीटर लंबाई के जहाज को मोड़ने की अनुमति देता है.