बीजिंग : चीन ने दावा किया है कि अमेरिकी विदेश विभाग के वेबपेज पर जो चीन सरकार द्वारा शिनजियांग क्षेत्र में उइगरों के मानवाधिकारों के हनन को उजागर किया गया है वो झूठ और अफवाहों से भरा हुआ है.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा शिनजियांग को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग का वेब पेज झूठ और अफवाहों से भरा हुआ है. पिछले चार दशकों में शिनजियांग में उइगरों की आबादी 5.55 मिलियन से बढ़कर 12 मिलियन हो गई है.
उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग शिनजियांग में मानव अधिकारों की स्थिति को कलंकित कर रहा है और 'जबरन नसबंदी', 'धार्मिक स्वतंत्रता का दमन' और 'जबरन श्रम' का लेबल लगा रहा है.
वांग ने तर्क दिया कि शिनजियांग में लगभग 24,000 मस्जिदें हैं, जो अमेरिका की मस्जिदों से 10 गुना ज्यादा हैं. उन्होंने दावा किया कि शिनजियांग में प्रत्येक 530 मुसलमानों के लिए एक मस्जिद है, जो कई मुस्लिम देशों की तुलना में अधिक है.
वांग वेनबिन ने शिनजियांग में मानवाधिकारों की स्थिति के बारे में अमेरिका पर परवाह नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मानवाधिकारों के मामले अमेरिका चीन को नियंत्रित करना चाहता है.
बता दें कि बड़े पैमाने पर उइगरों को नजरबंदी शिविरों में भेजकर, उनकी धार्मिक गतिविधियों में दखल देने और समुदाय के सदस्यों को जबरन पुन: शिक्षा या स्वदेशीकरण और किसी तरह उइगरों पर नकेल कसने के लिए चीन की विश्व स्तर पर आलोचना हुई है.
चीन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अमेरिका ने सोमवार को शिनजियांग प्रांत के कपास, चुनिंदा जगहों पर बनने वाले कपड़ों, कंप्यूटर के पुर्ज़ों और दूसरे सामानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिका का कहना है कि इन जगहों पर मज़दूरों से जबरन काम कराया जाता है.
पढ़ें :-संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान और चीन की खोली पोल
एक्टिंग डीएचएस के उप सचिव केन कुइक्नेल्ली ने कहा कि यह कार्रवाई करके डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) अवैध और अमानवीय मजबूर श्रम का मुकाबला कर रहा है और इसे रोकने का प्रयास कर रहा है.