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जानें कब और कैसे हुआ दूसरा विश्व युद्ध, कितने लोगों ने गंवाई जान

दूसरे विश्व युद्ध में 1939 और 1944 के बीच कम से कम 50 राष्ट्र एक साथ लड़ें. जबकि 1945 तक इसमें 13 अन्य राष्ट्र भी शामिल हों गए. इसमें ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ब्रिटिश राष्ट्रमंडल राष्ट्र, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, चेकोस्लोवाकिया, डेनमार्क, फ्रांस, ग्रीस, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, फिलीपींस और यूगोस्लाविया शामिल थे. पढ़ें खास पेशकश...

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Published : Aug 29, 2020, 3:59 PM IST

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कब और कैसे शुरू हुआ दूसरा विश्व युद्ध, कितने लोगों ने गंवाई जान

हैदराबाद : जर्मनी, जापान और इटली ने एक्सिस पॉवर्स नामक गठबंधन किया. इसमें बुल्गारिया, हंगरी, रोमानिया और जर्मन-निर्मित दो अन्य राज्य (जिसमें क्रोएशिया और स्लोवाकिया शामिल थे) बाद में शामिल हो गए.

मुख्य भूमिका :

  • जर्मनी - एडोल्फ हिटलर, डेर फुरहर
  • जापान - एडमिरल हिदेकी तोजो, प्रधानमंत्री
  • इटली - बेनिटो मुसोलिनी, प्रधानमंत्री

इसके खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन और सोवियत संघ जैसे मित्र देशों ने एक्सिस पॉवर्स के खिलाफ एलाईस नाम से गठबंधन कर लिया.

1939 और 1944 के बीच कम से कम 50 राष्ट्र एक साथ लड़ें. जबकि 1945 तक इसमें 13 अन्य राष्ट्र भी शामिल हों गए. इसमें ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ब्रिटिश राष्ट्रमंडल राष्ट्र, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, चेकोस्लोवाकिया, डेनमार्क, फ्रांस, ग्रीस, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, फिलीपींस और यूगोस्लाविया शामिल थे.

मुख्य भूमिका :

  • संयुक्त राज्य अमेरिका - फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट, राष्ट्रपति
  • ग्रेट ब्रिटेन - विंस्टन चर्चिल, प्रधानमंत्री
  • सोवियत संघ - जोसेफ स्टालिन, जनरल

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हताहतों की तादाद

द्वितीय विश्व युद्ध इतिहास में सबसे घातक अंतरराष्ट्रीय संघर्ष साबित हुआ, जिसमें 60 से 80 मिलियन लोगों की जान ले ली गई. इस युद्ध में छह मिलियन यहूदी भी शामिल थे, जो प्रलय के समय नाजियों के हाथों मारे गए थे.

इसमें करीब 50-55 मिलियन आम लोगों की जान गई, तो वहीं युद्ध के दौरान 21 से 25 मिलियन सैनिकों की जान गई. इतना ही नहीं लाखों लोग इसमें न सिर्फ घायल हुए बल्कि अपना घर और संपत्ति भी खो दी.

1939-1945 में सैन्य हताहत

संख्या देश का नाम मृतकों की संख्या घायलों की संख्या
1 सोवियत संघ 7,500,000 5,000,000
2 संयुक्त राज्य अमेरिका 405,399 670,846
3 ऑस्ट्रेलिया 23,365 39,803
4 ऑस्ट्रिया 380,000 350,117
5 बेल्जियम 7,760 14,500
6 बुल्गारिया 10,000 21,878
7 कनाडा 37,476 53,174
8 चीन 2,200,000 1,762,000
9 फ्रांस 210,671 390,000
10 जर्मनी 3,500,000 7,250,000
11 ग्रेट ब्रिटेन 329,208 348,403
12 हंगरी 140,000 89,313
13 इटली 77,494 120,000
14 जापान 1,219,000 295,247
15 पोलैंड 320,000 530,000
16 रोमानिया 300,000 अज्ञात

अन्य तथ्य

मित्र देशों और एक्सिस पॉवर्स के सशस्त्र बलों के लगभग 70 मिलियन लोगों ने इस युद्ध में भाग लिया.

फिनलैंड कभी भी आधिकारिक तौर पर न एक्सिस पॉवर्स में शामिल हुआ और न ही एलाईस के साथ जुड़ा, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उसने सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध किया.

1944 में जब फिनलैंड और सोवियत संघ के बीच शांति घोषणा हुई, तब फिनलैंड जर्मनों को बाहर करने के लिए सोवियत संघ के साथ शामिल हो गया. वहीं स्विट्जरलैंड, स्पेन, पुर्तगाल और स्वीडन ने युद्ध के दौरान तटस्थता की घोषणा की.

सोवियत संघ ने अपने सबसे अधिक सैनिक खोए थे. हालांकि, द्वितीय विश्व युद्ध में नागरिक के हताहतों की संख्या कभी भी सही मालूम नहीं हो सकी है. कई लोगों की मौत बमबारी, नरसंहार, भुखमरी और युद्ध के कारणों से भी हुई.

ऐसा माना जाता है कि युद्ध के दौरान नाजी एकाग्रता शिविरों में लगभग छह मिलियन यहूदी मारे गए थे. इन मारे गए सैकड़ों रोम लोगों में कई लोग मानसिक या शारीरिक अक्षमता वाले लोग थे.

द लेंड-लीज एक्ट बनाया गया था, जिससे अमेरिका एक्सिस से लड़ने वाले किसी भी राष्ट्र को हथियार, उपकरण या कच्चा माल दे सके.

आखिरकार 38 देशों को लगभग 50 बिलियन डॉलर की सहायता प्राप्त हुई. जिसमें से अधिकांश ग्रेट ब्रिटेन और सोवियत संघ पहुंचाई गई.

1948 में अमेरिका ने युद्धग्रस्त यूरोप के पुनर्निर्माण में मदद के लिए मार्शल प्लान बनाया. आखिरकार, 18 देशों को भोजन, मशीनरी और अन्य सामानों में 13 बिलियन डॉलर की सहायता की गई.

मार्च, 1974 में फिलीपींस के लुबांग द्वीप पर खोज दल को एक जापानी सैनिक हिरो ओनोदा मिला, जो अभी भी युद्ध कर रहा था. वह अपने पूर्व कमांडिंग ऑफिसर द्वारा युद्ध खत्म होने की बात से आश्वस्त हो जाने के बाद मनीला पहुंचा और औपचारिक रूप से राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

16 जनवरी, 2014 को 91 वर्ष की आयु में ओनोडा का निधन हो गया.

द्वितीय विश्व युद्ध का संक्षिप्त कालक्रम :

एक सितंबर, 1939 -

जर्मनी ने पोलैंड पर हमला किया. इसके बाद डेनमार्क, लक्समबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, बेल्जियम और फ्रांस भी जर्मनी के नियंत्रण में आ गए.

10 जून, 1940 -

इटली, ब्रिटेन और फ्रांस के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर जर्मनी की ओर से युद्ध में शामिल हुआ. अब तक लड़ाई ग्रीस और उत्तरी अफ्रीका तक फैल चुकी थी.

14 जून, 1940 -

जर्मन सैनिकों ने पेरिस में मार्च किया.

जुलाई 1940 से सितंबर 1940 -

जर्मनी और ग्रेट ब्रिटेन ने अंग्रेजी समुद्र तट पर वायु युद्ध किया.

7 सितंबर, 1940 से मई 1941 -

जर्मनी ने रात के समय लंदन में हवाई हमलों को अंजाम दिया, जिसे ब्लिट्ज के नाम से जाना जाता है.

22 जून, 1941 -

जर्मनी ने सोवियत संघ पर हमला किया.

7 दिसंबर, 1941 -

जापान ने पर्ल हार्बर में अमेरिकी नौसेना के अड्डे पर हवाई हमला किया. बेड़े के आधे से अधिक विमानों को नष्ट कर दिया और सभी आठ युद्धपोतों को नुकसान पहुंचाया.

इसके बाद जापान ने फिलीपींस में क्लार्क और इबा हवाई क्षेत्रों पर भी हमला किया और वहां अमेरिकी सेना के आधे से अधिक विमानों को नष्ट कर दिया.

8 दिसंबर, 1941 -

अमेरिका ने जापान पर युद्ध की घोषणा की. वहीं जापान ने हांगकांग, गुआम, वेक आइलैंड, सिंगापुर और ब्रिटिश मलाया पर हमला कर दिया.

11 दिसंबर, 1941 -

जर्मनी और इटली ने संयुक्त राज्य पर युद्ध की घोषणा की.

1942 -

एलाईस ने उत्तरी अफ्रीका और सोवियत संघ में एक्सिस पॉवर्स की उन्नति पर रोक लगा दी.

फरवरी 1942 -

जापान ने मलय प्रायद्वीप पर आक्रमण किया और एक सप्ताह के भीतर सिंगापुर ने आत्मसमर्पण कर दिया.

4 से 6 जून, 1942 -

जापान ने मिडवे द्वीप से शुरू कर हवाई द्वीप पर हमला करने की योजना बनाई. लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान के इस मिशन को फेल कर दिया.

नतीजतन, संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान के चार विमान वाहक नष्ट कर दिए. साथ ही जपान को अपने 200 से अधिक विमानों और पायलटों को खोना पड़ा.

19 अगस्त, 1942 -

जर्मनी ने रूस में घूसने के लिए स्टेलिनग्राद की लड़ाई शुरू की.

अगस्त 1942 से फरवरी 1943 -

अमेरिकी मरीन ने गुआडलकैनल के प्रशांत द्वीप के लिए लड़ाई की.

23 अक्टूबर, 1942 -

ब्रिटिश सैनिकों ने अल अलमीन की दूसरी लड़ाई में एक्सिस सैनिकों पर ट्यूनीशिया के साथ रिट्रीट के लिए जोर डाला.

1 फरवरी, 1943 -

स्टालिनग्राद में जर्मन सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया.

10 जुलाई, 1943 -

एलाईस सेना इटली पहुंची.

25 जुलाई, 1943 -

इटली के राजा को सत्ता लौटाई गई और मुसोलिनी को गिरफ्तार किया गया.

नवंबर 1943 से मार्च 1944 -

जापान से वापस लेने के लिए अमेरिकी मरीन ने बोगेनविल के सोलोमन द्वीप पर आक्रमण किया.

6 जून, 1944 -

डी-डे, जिसमें मित्र देशों की सेनाएं नॉरमैंडी: यूटा, ओमाहा, गोल्ड, जूनो और स्वार्ड पांच समुद्र तटों पर उतरीं. लैंडिंग में पांच हजार से अधिक जहाज, 11 हजार हवाई जहाज और एक लाख 50 हजार से अधिक सेवादार शामिल थे.

25 अगस्त, 1944 -

अमेरिकी और फ्री फ्रेंच सेना ने पेरिस को आजाद किया.

27 जनवरी, 1945 -

सोवियत सैनिकों ने क्राको, पोलैंड के पास स्थित ऑशविट्ज कैंप को आजाद कराया.

19 फरवरी से 26 मार्च, 1945 -

अमेरिकी मरीन्स ने इवो जीमा द्वीप के लिए जापानियों से युद्ध किया.

12 अप्रैल, 1945 -

जॉर्जिया के वार्म स्प्रिंग्स में रूजवेल्ट का निधन हो गया. उपराष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली.

25 अप्रैल, 1945 -

सोवियत सैनिकों ने बर्लिन को घेर लिया.

28 अप्रैल, 1945 -

स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश में मुसोलिनी मारा गया.

29 अप्रैल, 1945 -

अमेरिकी सैनिकों ने म्यूनिख, जर्मनी के बाहर दचाऊ एकाग्रता शिविर को आजाद कराया.

30 अप्रैल, 1945 -

हिटलर और पत्नी ईवा ब्रौन ने आत्महत्या की.

7 मई, 1945 -

जर्मनी ने रिम्स, आइजनहावर के मुख्यालय में आत्मसमर्पण किया.

8 मई, 1945 -

यूरोप में आधिकारिक रूप से युद्ध समाप्त हो गया.

16 जुलाई, 1945 -

न्यू मैक्सिको के अलमोगोर्डो में परमाणु बम का पहला सफल परीक्षण.

29 जुलाई, 1945 -

ट्रूमैन ने जापान को चेतावनी दी कि यदि वह बिना शर्त आत्मसमर्पण नहीं करता है तो देश नष्ट हो जाएगा. लेकिन फिर भी जापान ने लड़ाई जारी रखी.

6 अगस्त, 1945 -

युद्ध में इस्तेमाल होने वाला पहला परमाणु बम जापानी शहर हिरोशिमा पर गिराया गया. इसमें एक लाख 40 हजार लोग मारे गए. इस परमाणु बम को लिटिल बॉय कोड दिया गया था.

9 अगस्त, 1945 -

हिरोशिमा बमबारी के बाद भी जापान सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद, दूसरा परमाणु बम फैट मैन, नागासाकी पर गिराया गया. इसमें 80 हजार लोग मारे गए.

14 अगस्त, 1945 -

जापान बिना शर्त पॉट्सडैम घोषणा की शर्तों को स्वीकार करने और युद्ध को समाप्त करने के लिए सहमत हो गया.

2 सितंबर, 1945 -

जापान ने टोक्यो खाड़ी के यूएसएस मिसौरी में आत्मसमर्पण किया.

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