नूर सुल्तान :कजाकिस्तान में अगले साल 10 जनवरी को आम चुनाव होंगे. कजाख राष्ट्रपति कासिम जोमार्ट टोकायव ने 10 जनवरी, 2021 को मजलिस चुनाव (आम चुनाव) के लिए मंजूरी दे दी है.
कजाकिस्तान में संसद के निचले सदन को मजलिस कहते हैं, जिसमें कुल 107 सदस्य होते हैं. इन्हें डेप्युटीज कहा जाता है और यह पांच साल के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं.
कजाकिस्तान में पिछली बार मार्च 2016 में संसदीय चुनाव हुआ था. छह राजनीतिक दलों ने चुनाव में भाग लिया था. जिनमें से तीन दलों को सात प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त हुए थे और इनके सदस्यों को सदन में जगह मिली थी.
वर्तमान में, नूर-वतन (NurOtan) पार्टी के मजलिस में 84 डेप्युटीज (सांसद) हैं, अकजोल डेमोक्रेटिक पार्टी और कम्युनिस्ट पीपल्स पार्टी के सात-सात सांसद हैं.
नौ डेप्युटीज असेंबली ऑफ पीपुल ऑफ कजाकिस्तान से चुने जाते हैं, जो कजाकिस्तान में रहने वाले प्रमुख जातीय समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों से आते हैं.
कजाख राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि सभी राजनीतिक दलों के पास आगामी चुनाव की तैयारी करने, चुनावी मंच विकसित करने और पार्टी के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने का समय है. केंद्रीय चुनाव आयोग और प्रॉसिक्यूटर जनरल ऑफिस चुनाव की वैधता, पारदर्शिता और निष्पक्षता की निरंतर निगरानी करेंगे.
टोकायव ने जून 2019 में राष्ट्रपति बनने के बाद से संसदीय विपक्षी संस्थान की शुरुआत सहित सुधारों पर जोर दिया है.
उन्होंने कहा कि मजलिस की स्थायी समितियों के एक अध्यक्ष और दो सचिवों को अब विपक्षी पार्टी के सदस्यों से चुना जाएगा. इसके अलावा, विपक्ष को एक सत्र के दौरान कम से कम एक बार संसदीय सुनवाई शुरू करने और एक सत्र के दौरान कम से कम दो बार एजेंडा निर्धारित करने का अधिकार होगा.
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राष्ट्रपति टोकायव ने 2019 में पार्टियों द्वारा महिलाओं और युवाओं के लिए अनिवार्य 30 प्रतिशत सीट देने वाले डिक्री पर हस्ताक्षर किए थे. इस आधार पर पहली बार मस्लिखत्स (प्रतिनिधि स्थानीय प्राधिकारी निकाय) के लिए चुनाव होंगे.