टोक्यो : जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने देश की संसद (डाइट) को संबोधित करते हुए कहा कि जी-7 देशों के नेताओं को हांगकांग के लिए 'एक देश, दो सिस्टम' के सिद्धांत को संरक्षित करने के लिए एक बयान जारी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह इस बार जी-7 देशों की बैठक में चीन के सुरक्षा कानून की निंदा और हांगकांग के हालात पर चर्चा करना चाहते हैं.
गौरतलब है कि इस फ्रेमवर्क के मुताबिक हांगकांग को बीजिंग के प्रशासन के तहत एक अर्ध स्वायत्त क्षेत्र का अधिकार मिलता है.
यह बयान उन मीडिया रिपोर्ट्स के बाद आया है जिसमें यह कहा जा रहा था कि जापान ने अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम से साथ आने से इनकार कर दिया था. खबरों के मुताबिक जापान ने हांगकांग से जुड़े चीनी कानून की निंदा करने के लिए अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम का साथ नहीं दिया था.
बता दें कि चीनी सांसदों ने पिछले महीने संसद के वार्षिक सत्र के दौरान एक बिल पर चर्चा की थी. इस बिल में चीन के राष्ट्रीय प्रतीक, झंडे और राष्ट्रगान का अपमान किए जाने की घटनाओं को अपराध बताया गया है.