तेहरान :राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में रईसी के हवाले से कहा गया है कि ईरान और भारत क्षेत्र, विशेष रूप से अफगानिस्तान में सुरक्षा सुनिश्चित करने में रचनात्मक और उपयोगी भूमिका निभा सकते हैं और तेहरान अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थापना में नयी दिल्ली की भूमिका का स्वागत करता है.
रईसी ने यह टिप्पणी जयशंकर के साथ मुलाकात के दौरान की. एक दिन पहले ही 60 वर्षीय ईरानी नेता ने देश के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है. यह एक महीने में दोनों देशों के नेताओं के बीच दूसरी मुलाकात थी. जयशंकर ने सात जुलाई को रूस जाते हुए, रास्ते में ईरानी राजधानी में रुकने के दौरान नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रईसी से मुलाकात की थी.
शुक्रवार की बैठक के दौरान, ईरानी राष्ट्रपति ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता विकसित करने में दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग और समन्वय के महत्व पर जोर दिया.
रईसी ने कहा कि अफगानिस्तान के भाग्य का फैसला खुद अफगानों को करना चाहिए और हमारा मानना है कि अगर अमेरिकी स्थिति को खराब नहीं करेंगे, तो यह मुद्दा जल्द हल हो जाएगा. रईसी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के साथ व्यापक संबंध स्थापित करने को ईरान इस्लामिक गणराज्य विशेष महत्व देता है. उन्होंने कहा कि आज से हमें नये दृष्टिकोण के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विकास में नये और विशिष्ट कदम उठाने चाहिए.
उन्होंने कहा कि ईरानी सरकार पड़ोसी देशों और क्षेत्र, खासकर भारत के साथ संबंध विकसित करने की नीति अपनाएगी. उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्र हैं, विशेष रूप से आर्थिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों में, साथ ही साथ नई प्रौद्योगिकियां हैं, जिनका उपयोग हमें अपने संबंधों के स्तर को बढ़ावा देने के लिए करना चाहिए.
तेहरान-नयी दिल्ली संबंधों के स्तर को बढ़ाने के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम की आवश्यकता पर जोर देते हुए रईसी ने कहा कि एक संयुक्त सहयोग कार्यक्रम की दिशा में आगे बढ़ते हुए, हम दोनों देशों के बीच संबंधों के स्तर पर विभिन्न स्थितियों को दोनों देशों के हित में लाने के लिए कदम उठा सकते हैं.
ईरानी राष्ट्रपति कार्यालय ने जयशंकर के हवाले से कहा कि उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में पड़ोसी देशों के साथ संबंध विकसित करने की ईरानी सरकार की इच्छा पर रईसी के भाषण का स्वागत करते हुए कहा कि मैं भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को आपके विचार से अवगत कराऊंगा और हम अपने सहयोग को अधिकतम करने का प्रयास करेंगे.
जयशंकर ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी के पद संभालने के बाद उनसे आत्मीय भेंट की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत रूप से दी गई शुभकामनाएं उन्हें प्रेषित कीं.