तेहरान :नतान्ज परमाणु स्थल को निशाना बनाकर हमला किए जाने के बाद ईरान ने शुक्रवार को 60 प्रतिशत शुद्धता तक यूरेनियम संवर्धन शुरू कर दिया, जो अब तक का उसका सर्वोच्च स्तर है. देश की संसद से स्पीकर ने यह जानकारी दी.
सरकारी टेलीविजन ने मोहम्मद बगेर कलीबफ की टिप्पणी को उद्धृत किया, लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि ईरान की मंशा कितनी मात्रा में संवर्धन की है.
इस कदम से हालांकि तनाव बढ़ने की ही आशंका है. वह भी ऐसे समय में जब वियना में ईरान विश्व शक्तियों के साथ बातचीत कर रहा है कि कैसे अमेरिका को फिर से समझौते में लाया जा सके और इस्लामिक गणराज्य को कड़े आर्थिक प्रतिबंधों में छूट मिल सके.
बीते हफ्ते ईरानी परमाणु प्रतिष्ठान पर हुए हमले में सेंट्रीफ्यूज को नुकसान पहुंचने के बाद इस घोषणा का महत्व और बढ़ जाता है. हमले का संदेह इजराइल पर है.
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इजराइल ने अब तक हमले का दावा नहीं किया है, हालांकि ईरान के मुख्य संवर्धन प्रतिष्ठान नातान्ज पर हुए हमले को लेकर व्यापक रूप से उसपर ही संदेह व्यक्त किया जा रहा है.
सरकारी टेलीविजन ने कलीबफ के हवाले से कहा, 'ईरानी राष्ट्र की इच्छाशक्ति चमत्कार पैदा करने वाली है और यह किसी भी साजिश को नाकाम कर देगा.' उन्होंने कहा कि शुक्रवार आधीरात के ठीक बाद संवर्धन शुरू हो गया.
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन, देश की असैन्य परमाणु शाखा ने तत्काल इस कदम की पुष्टि नहीं की है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि अर्धसैनिक बल रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के पूर्व नेता रहे कट्टरपंथी कलीबफ की तरफ से यह घोषणा क्यों की गई. ईरान में आगामी जून में होने वाले चुनावों में संभावित राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर उनका भी नाम है.
ईरान द्वारा अब तक 60 प्रतिशत शुद्धता पर यूरेनियम संवर्धन नहीं किया गया था. हालांकि, यह अब भी हथियारों के लिए जरूरी 90 प्रतिशत के स्तर से कम है.