कीव: यूक्रेन में हो रहे भीषण युद्ध के बीच, भारतीय दूतावास ने रविवार को एक दिशानिर्देश जारी किया और भारतीय नागरिकों को सुरक्षा और मौजूदा नियमों के अधीन पोलैंड, रोमानिया और हंगरी की सीमा से लगे पश्चिमी क्षेत्र में संघर्ष क्षेत्रों से दूर जाने की सलाह दी. ईटीवी भारत से बात करते हुए खार्किव में फंसे एक भारतीय छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हर बीते दिन के साथ यहां बंकरों में हमारी स्थिति खराब होती जा रही है. उसने कहा, 'हम वीडियो देख रहे हैं जिसमें यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों द्वारा सूचित किया जा रहा है कि जो छात्र सुरक्षित निकासी के लिए कीव से पश्चिमी सीमाओं पर जा रहे हैं, उन्हें रूसी सेना द्वारा पोलैंड और रोमानिया की सीमाओं पर क्रूरता का सामना करना पड़ा.'
छात्र ने कहा, 'यूक्रेनी बलों ने भारतीय छात्रों को पार नहीं करने दिया और रूसी सेना ने फिर गोलियां चलाईं. इस युद्ध के बीच रूसी सेना द्वारा छात्राओं को ले जाया जा रहा है और पोलैंड की सीमाओं पर सुरक्षा बल उनकी पिटाई करते हैं. वहां लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है और यह बहुत खराब स्थिति है. इस सब के बीच, भारतीय दूतावास ने छात्रों को प्रताड़ित होने के लिए छोड़ दिया और वे हमारी कॉल में भी नहीं उठा रहे हैं.' हालिया जानकारी के अनुसार खार्किव, सुमी और कीव में भीषण लड़ाई जारी है. यह दोहराया जाता है, इन शहरों के अलावा अन्य दूसरे शहरों में फंसे भारतीय नागरिकों को कर्फ्यू लागू होने तक रेलवे स्टेशनों की ओर जाने की सलाह नहीं दी गयी है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास की ओर से रविवार को जारी एडवाइजरी में इसकी जानकारी दी गयी.'