नई दिल्ली : अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर से एक दिन पहले भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला शुक्रवार को काबुल पहुंचे और शांतिपूर्ण व स्थिर अफगानिस्तान के लिए भारत का निर्बाध समर्थन व्यक्त किया.
इस दौरान हर्षवर्धन शृंगला ने आज अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात की और पीएम नरेंद्र मोदी का अभिनंदन पत्र सौंपा. वहीं, राष्ट्रपति गनी ने अफगानिस्तान में लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था के लिए भारत के लगातार समर्थन की सराहना की.
इससे पहले विदेश सचिव ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री हारून चाखनसुरी से बातचीत की और इस दौरान उन्हें शांति समझौते को लेकर भारत के नजरिए के साथ ही उसके चहुंमुखी विकास को लेकर उसकी प्रतिबद्धता की भी जानकारी दी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि शृंगला और हारून ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की और सकारात्मक रूप से गतिविधियों का आकलन किया.
दोहा में शनिवार को अमेरिका और तालिबान के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर होने हैं, जिससे इस देश में तैनाती के करीब 18 साल बाद अमेरिकी सैनिकों की वापसी का रास्ता साफ होगा.
कुमार ने ट्वीट किया, 'विदेश सचिव ने सतत शांति, सुरक्षा और विकास की अफगानिस्तान के लोगों की कोशिशों में भारत का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया.'