नई दिल्ली : बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने अपनी भारत यात्रा रद कर दी है. मोमेन 12-14 दिसंबर तक भारत का दौरा करने वाले थे. राजनयिक सूत्रों के हवाले से, विदेश मंत्री की यात्रा नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने से उत्पन्न स्थिति के चलते रद हुई है.
इस मामले में विदेश मंत्रालय ने कहा है, 'अब्दुल मोमेन ने अपनी यात्रा रद करने पर अपना स्पष्टीकरण दिया है. हमारा रिश्ता मजबूत है. जैसा कि दोनों देशों के नेताओं ने कहा है, यह हमारे संबंधों का स्वर्णिम युग है.'
मीडियो से बात करते रवीश कुमार विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, 'हमने कभी नहीं कहा कि बांग्लादेश में मौजूदा सरकार के कार्यकाल के दौरान धार्मिक उत्पीड़न हुआ.'
इस दौरान उन्होंने नागरिक संशोधन विधेयक पर पाकिस्तान प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर कहा, 'हमें नहीं लगता कि हमें पाकिस्तान पीएम के हर बयान का जवाब देने की जरूरत है. उनके सभी बयान अनुचित हैं. उन्हें भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के बजाय पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए.'
रवीश कुमार ने बताया कि 15 से 16 दिसंबर को पीएम मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे की मुलाकात को गुवाहाटी और इंफाल से बाहर स्थानांतरित किया जाएगा.
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ढाका में जारी एक बयान में मोमेन ने कहा कि उन्हें अपनी व्यस्तताओं के चलते भारत की यात्रा रद्द करनी पड़ी. उन्होंने कहा, 'मुझे भारत का दौरा रद्द करना पड़ा क्योंकि मुझे ‘बुद्धिजीवी दिवस’ और ‘विजय दिवस’ में भाग लेना है. इसके अलावा हमारे राज्य मंत्री मैड्रिड में है और विदेश सचिव हेग में है.'
बांग्लादेश सरकार ने एक बयान में कहा कि देश में ‘व्यस्तताओं’ के कारण विदेश मंत्री को भारत दौरा रद्द करना पड़ा.
बता दें कि गुरूवार बांग्लादेशी विदेश मामलों के मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी. उन्होंने कहा, 'उन्हें (भारत) अपने देश के भीतर कई समस्याएं हैं. उन्हें आपस में लड़ने दें. यह हमें परेशान नहीं करता है. एक मित्र देश के रूप में, हम आशा करते हैं कि भारत कुछ ऐसा नहीं करेगा जो हमारे दोस्ताना संबंधों को प्रभावित करता है.'